हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत को लेकर आए दिन कोई ना कोई भ्रामक खबर फैल रही है. इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें तेलंगाना की किसी अलोला दिव्या रेड्डी को भारत सरकार की तरफ से सम्मानित किया जा रहा है. वीडियो के साथ दावा है कि सम्मानित हो रही महिला हैदराबाद की रेप पीड़िता है. वायरल वीडियो में महिला को गाय के दूध पर भाषण देते हुए भी सुना जा सकता है.
वीडियो के जुड़े कैप्शन में लिखा है- "हैदराबाद कांड में दिव्या रेड्डी का देवलोकगमन होना केवल एक डॉ. का अंत नही बल्कि शासन द्वारा पुरस्कृत एक वेटेरनरी साइंटिस्ट और रीसर्चर हवस के भेट चढ़ गया. यह पूरी दुनिया के लिए महान क्षति है "
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा पूरी तरह गलत है. वीडियो में दिख रही महिला हैदराबाद रेप पीड़िता नहीं बल्कि हैदराबाद स्थित Klimom कंपनी की संस्थापक अलोला दिव्या रेड्डी हैं. ये भी गौर करने वाली बात है कि हैदराबाद रेप पीड़िता का नाम अलोला दिव्या रेड्डी नहीं था.
इस भ्रामक वीडियो को सोशल मीडिया पर जमकर शेयर किया जा रहा है. वीडियो अभी तक हजारों लोगों में साझा हो चुका है.
वीडियो में ये बात साफ तौर पर बताई गई है कि महिला का नाम अलोला दिव्या रेड्डी है, जो हैदराबाद स्थित Klimom नाम की एक कंपनी की संस्थापक है. इंटरनेट पर खोजने पर पता चला कि Klimom गाय के दूध और इससे बनने वाले तत्वों का उत्पादन करने वाली एक संस्था है. वायरल वीडियो पिछले साल जून का है, जब अलोला दिव्या रेड्डी को विश्व दुग्ध दिवस पर भारत सरकार की तरफ से नेशनल गोपाल रत्न से सम्मानित किया गया था. ये वीडियो Klimom के यूट्यूब चैनल पर भी उपलब्ध है.
वीडियो में दिख रही महिला को खुद अपना परिचय (अलोला दिव्या रेड्डी) देते हुए सुना जा सकता है. यहां पर ये बात साफ हो जाती है कि हैदराबाद रेप पीड़िता और वीडियो में दिख रही महिला का नाम अलग-अलग है. वीडियो में एक जगह महिला अपने पति का भी जिक्र करती है, लेकिन हमें ऐसी कोई भी रिपोर्ट नहीं मिली जिसमें हैदराबाद रेप पीड़िता के शादीशुदा होने के बारे में बताया गया हो.
हमारी पड़ताल में ये स्पष्ट होता है कि वायरल वीडियो में दिख रही महिला का हैदराबाद रेप पीड़िता से कोई लेना देना नहीं.