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फैक्ट चेक: व्लादिमीर पुतिन ने रूस की सड़कों पर नहीं छोड़े हैं शेर

सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने लोगों को घरों के अंदर ही रखने के लिए देश की सड़कों पर 800 बाघ और शेर छोड़ दिए हैं, ताकि लोग घर से न निकलें. जानें क्या है इस वायरल पोस्ट की सच्चाई.

आजतक फैक्ट चेक

दावा
लोगों को घर के अंदर रखने के लिए रूस में व्लादिमीर पुतिन ने सड़कों पर शेर छोड़ दिए.
सच्चाई
वायरल तस्वीर साउथ अफ्रीका के जोहान्सबर्ग की है और चार साल पुरानी है.
फैक्ट चेक ब्यूरो
  • नई दिल्ली,
  • 24 मार्च 2020,
  • अपडेटेड 6:44 PM IST

कोरोना वायरस से दुनिया भर में अब तक 16000 से ज्यादा जानें जा चुकी हैं और कई लाख लोग संक्रमित हैं. ज्यादातर देशों में प्रशासन की तरफ से पूरी तरह से लॉकडाउन यानी बंदी की जा रही है. सोशल मीडिया ऐसी सूचनाओं से भर ​गया है कि तमाम देशों की सरकारें इससे लड़ने के क्या क्या उपाय कर रही हैं.

इसी बीच सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने लोगों को घरों के अंदर ही रखने के लिए देश की सड़कों पर 800 बाघ और शेर छोड़ दिए हैं, ताकि लोग घर से न निकलें.

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फेसबुक पेज "Humour TV" ने खाली सड़क पर एक शेर की तस्वीर पोस्ट की है और साथ में कैप्शन में लिखा है, "व्लादिमीर पुतिन ने देश भर में 800 बाघ और शेर छोड़ दिए हैं, जिससे लोगों को घर में रहने के लिए मजबूर किया जा सके."

स्टोरी लिखे जाने तक इस पोस्ट को 18000 से ज्यादा बार शेयर किया जा चुका है. यह पोस्ट ट्विटर पर भी वायरल है.

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा झूठा है. यह तस्वीर दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग की है और 2016 की है.

AFWA की पड़ताल

गूगल रिवर्स इमेज सर्च की मदद से हमें "Daily Mail" की रिपोर्ट मिली जो 15 अप्रैल, 2016 को प्रकाशित हुई है. इस रिपोर्ट के अनुसार, जोहान्सबर्ग में एक प्रोडक्शन क्रू की ओर से फिल्मांकन के लिए कोलंबस नाम के शेर को लाया गया था.

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हालांकि, "New York Post" की एक और रिपोर्ट कहती है कि इस शूटिंग को अनुमति नहीं मिली थी. इस रिपोर्ट में जोहान्सबर्ग रोड एजेंसी के हवाले से कहा है कि “फिल्मांकन को मंजूरी नहीं दी गई थी और कई सड़कों को बंद करने के लिए अनुमति न मिलने पर फिल्म कंपनी ने शेर को लाकर खतरा उठाया.”

यही तस्वीर इसी दावे के साथ व्हाट्सएप पर भी वायरल है. तस्वीर पर एक टीवी की 'ब्रेकिंग न्यूज' ग्राफिक प्लेट लगाई गई है जिसमें लिखा है, “रूस ने अपनी सड़कों पर 500 से अधिक शेरों को उतारा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लोग इस महामारी के प्रकोप के दौरान घर के अंदर ही रहें.”

AFWA ने पाया कि इस तस्वीर में लगी ग्राफिक प्लेट किसी भी चैनल की नहीं है. यह ग्राफिक एक वेबसाइट की मदद से तैयार किया गया है जहां आप भी अपनी 'ब्रेकिंग न्यूज' ग्राफिक प्लेट बना सकते हैं.

इस तरह स्पष्ट है कि सड़क पर घूमते हुए शेर की तस्वीर का रूस या पुतिन से कोई लेना-देना नहीं है. यह तस्वीर 2016 में साउथ अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में एक फिल्म की शूटिंग के दौरान की है.

क्या आपको लगता है कोई मैसैज झूठा ?
सच जानने के लिए उसे हमारे नंबर 73 7000 7000 पर भेजें.
आप हमें factcheck@intoday.com पर ईमेल भी कर सकते हैं
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