देश में चल रहे लॉकडाउन को लेकर सोशल मीडिया पर एक विचलित कर देने वाली तस्वीर खूब वायरल हो रही है. तस्वीर में एक महिला सहित पांच लोगों को जमीन पर आंख बंद किए हुए लेटे देखा जा सकता है. दावा किया जा रहा है कि लॉकडाउन के दौरान एक मां ने भुखमरी से तंग आकर अपनी चार बेटियों के साथ आमहत्या कर ली. इस घटना को उत्तर प्रदेश के फतेहपुर का बताया जा रहा है.
पोस्ट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है.
क्या है सच?
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा आधा सच है. ये घटना फतेहपुर की ही है लेकिन दो महीने से ज्यादा पुरानी है. उस समय देश में लॉकडाउन नहीं चल रहा था.
फोटो के साथ दिए कैप्शन में लिखा है- "उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिला में lack डाउन के दौरान एक मां ने भूख मरी से तंग आकर अपनी चार बेटियों के साथ जहर खाकर आत्म हत्या कर ली. अब देश में गरीबों का यह हाल हो चुका है और सरकारें जमीनी हकीकत से अलग हटकर लंबी-लंबी कागजी घोषणाएं कर रही है."
फेसबुक पर कई लोगों ने इस तस्वीर को लॉकडाउन के दौरान की बताकर शेयर किया है.
AFWA की पड़ताल
तस्वीर को रिवर्स सर्च करने पर हमें कुछ वेबसाइट के लिंक मिले, जहां इस तस्वीर को 2 फरवरी, 2020 को इस्तेमाल किया गया था. इसी तारीख के आसपास कुछ लोगों ने भी इस तस्वीर को फेसबुक पर पोस्ट किया था.
कुछ कीवर्ड की मदद से खोजने पर हमें इस घटना को लेकर कई खबरें भी मिल गईं. खबरों के मुताबिक, ये घटना 1 फरवरी को फतेहपुर में हुई थी जब एक महिला ने पति से झगड़ा होने के बाद अपनी चार बेटियों के साथ मिलकर जहर खा लिया था.
एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत से इलाके में सनसनी मच गई थी. बताया गया था कि पूरे परिवार के पालन पोषण का खर्च महिला ही चला रही थी. महिला का पति अक्सर उसके साथ मारपीट करता था. इन्हीं सब से तंग आकर उसने अपनी बेटियों के साथ आत्महत्या कर ली.
पड़ताल में ये बात साफ़ होती है कि वायरल तस्वीर पुरानी है और इसका अभी चल रहे लॉकडाउन से कोई लेना देना नहीं है.