
व्हाट्सएप और सोशल साइट पर एक मैसेज वायरल हो रहा है. लिखा है- 'क्या ममता बनर्जी का असली नाम मुमताज मासामा खातून है. क्या वो मुस्लिम हैं. और क्या उन्होंने जानबूझकर रेल मंत्री रहते हुए हिन्दू तीर्थस्थान जाने वाली ट्रेनों को बंद कराने की कोशिश की.'
क्या है धार्मिक भावनाएं भड़काने वाले मैसेज का सच?
वायरल मैसेज में ममता के हिन्दी से ज्यादा अच्छी उर्दू बोलने का जिक्र है तो ममता के राज में 'हिन्दुओं के कथित कत्ल' की बात भी कही गई है. ममता को मुसलमान बता दिया गया है. कहा गया है कि वो रोज नमाज पढ़ती हैं. लेकिन असल में ये पूरी तरह फर्जी है और धार्मिक भावनाएं भड़काने के लिए प्रसारित किया जा रहा है.
फर्जी मैसेज में है मनगढ़ंत बात
ममता को मुस्लिम बताते हुए एक फोटो भी प्रसारित किया जा रहा है. वायरल मैसेज में यह भी लिखा है कि ममता ने रेलमंत्री रहते हुए हिन्दू तीर्थस्थान पर जाने वाली ट्रेन को रोकने की कोशिश की. 'आज तक' रिपोर्टर ने जब रेलवे बोर्ड के अधिकारियों से बात कर इस तथ्य की पुष्टि चाही तो पता चला कि ये कोरी बकवास है.
30 सालों में पहले नहीं लगा ऐसा आरोप
ममता बीते तीन दशक से राजनीति में सक्रिय हैं और ऐसा आरोप पहले कभी नहीं लगा. 'आज तक' ने ममता के पुराने साथियों से भी बात की और जाना कि क्या उन्होंने अपना नाम मुमताज किसी को बताया. तो पता चला कि ये भी कोरी अफवाह है. ऐसी अफवाहों से सावधान रहें.