
हरियाणा के फरीदाबाद जिले के डीसीपी विक्रमजीत सिंह कपूर आत्महत्या मामले की जांच अब जिला पुलिस से छीन ली गई है. इस मामले की जांच के लिए अब विशेष जांच प्रकोष्ठ (एसआईटी) का गठन कर दिया गया है. एसआईटी टीम का प्रमुख सहायक पुलिस आयुक्त को बनाया गया है. वहीं, इस मामले में आरोपी थाना प्रभारी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
फरीदाबाद जिला पुलिस के प्रवक्ता सूबे सिंह ने आईएएनएस से बात करते हुए एसआईटी के गठन की पुष्टि की. गठित टीम का नेतृत्व फरीदाबाद क्राइम ब्रांच के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) अनिल यादव करेंगे. वहीं इस मामले में अब्दुल शाहिद से पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया.
समाचार एजेंसी आईएएनएस की खबर के मुताबिक इस टीम में फरीदाबाद क्राइम ब्रांच के इंचार्ज इंस्पेक्टर विमल के साथ सब इंस्पेक्टर रविंद्र और सतीश को बतौर सहयोगी शामिल किया गया है. सूत्र बताते हैं कि जांच-प्रकिया में यह बड़ा परिवर्तन पुलिस कमिश्नर संजय कुमार के आदेश पर किया गया है.
गुरुवार शाम करीब सात बजे बेहद गुपचुप तरीके से एसआईटी के गठन का खुलासा किया गया. एसआईटी के गठन के पीछे प्रमुख वजह मामले में डीसीपी स्तर के आईपीएस जैसे उच्चाधिकारी के आत्महत्या किया जाना प्रमुख माना जा रहा है.
उल्लेखनीय है कि इस मामले में एसएचओ स्तर के एक इंस्पेक्टर (भूपानी थाना के प्रभारी) अब्दुल शाहिद को घटना वाले दिन से ही फरीदाबाद पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. अब्दुल शाहिद का नाम डीसीपी के छोड़े गए सुसाइड नोट में शामिल बताया जाता है.
डीसीपी कपूर के सुसाइड नोट में लिखा था कि उन्हें इंस्पेक्टर अब्दुल शाहिद और एक अन्य शख्स के जरिए ब्लैकमेल किया जा रहा था. हालांकि सुसाइड नोट में डीसीपी कपूर ने अन्य शख्स के नाम का और ब्लैकमेलिंग की वजह का उल्लेख नहीं किया था.
फरीदाबाद पुलिस के प्रवक्ता सूबे सिंह ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में थाना भूपानी इंचार्ज इंस्पेक्टर अब्दुल शाहिद की गिरफ्तारी की पुष्टि की है. गिरफ्तारी की खबर आम होते ही, आरोपी इंस्पेक्टर को देर शाम गठित एसआईटी के सुपुर्द कर दिया गया. अब्दुल शाहिद को शुक्रवार 16 अगस्त को फरीदाबाद की अदालत में पेश किया जाएगा.फरीदाबाद पुलिस सूत्रों के मुताबिक दो दिन चली पूछताछ में अब्दुल शाहिद से काफी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल हुई हैं. शुक्रवार को अदालत में पेश किए जाने के बाद एसआईटी टीम उसे हर हाल में रिमांड पर लेने की कोशिश करेगी. ताकि कपूर के लिखे सुसाइड नोट में मौजूद तथ्यों की पड़ताल की जा सके. साथ ही सुसाइड नोट में दर्ज अन्य दूसरा शख्स ब्लैकमेलिंग में और कौन शामिल था और उसकी क्या भूमिका थी इसकी जांच की जा सके.
उल्लेखनीय है कि एनआईटी फरीदाबाद के डीसीपी विक्रमजीत सिंह कपूर ने मातहत इंस्पेक्टर एसएचओ अब्दुल शाहिद और एक अन्य पर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाकर 14 अगस्त को आत्महत्या कर ली थी. आत्महत्या फरीदाबाद जिला पुलिस लाइन स्थित सरकारी आवास में की गई थी. घटना के वक्त सरकारी बंगले पर डीसीपी कपूर की पत्नी और एक पुत्र अर्जुन कपूर मौजूद थे. अर्जुन कपूर के बयान पर ही इस मामले में आत्महत्या को उकसाने का केस दर्ज किया गया था.