Advertisement

ऑनलाइन ठगी कर 8 लाख का चूना लगाया, मुंबई और झारखंड से 4 गिरफ्तार

ऑनलाइन ठग हर आम आदमी के लिए बड़ा सिरदर्द बनता जा रहा है, फरीदाबाद में ठगों ने एक महिला से करीब 9 लाख रुपए ठग लिए, लेकिन बाद में आरोपी पकड़े गए.

4 शातिर ठग गिरफ्तार (फोटो-तनसीम) 4 शातिर ठग गिरफ्तार (फोटो-तनसीम)
तनसीम हैदर
  • फरीदाबाद ,
  • 10 अगस्त 2018,
  • अपडेटेड 11:51 PM IST

देश में ऑनलाइन ठग के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं. ऐसा ही एक मामला फरीदाबाद के सूरजकुंड इलाके से सामने आया जब ठगों के गैंग ने एक महिला को अपना शिकार बनाते हुए उसके अकाउंट से UPI के जरिये ऑनलाइन ट्रांजेक्शन कर साढ़े 8 लाख की चपत लगा दी.

भारी चपत लगने के बाद महिला ने फरीदाबाद पुलिस से इसकी शिकायत की, जिस पर एक्शन लेते हुए पुलिस ने लंबी जद्दोजहद के बाद चारों आरोपियों को मुंबई और झारखंड से गिरफ्तार कर लिया.

Advertisement

पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के पास से भारी मात्रा में एटीएम कार्ड, पासबुक, एटीएम स्वाइप मशीन के अलावा आधा दर्जन से अधिक मोबाइल बरामद किए हैं. पुलिस की गिरफ्त में दिखाई दे रहे ये चारों आरोपी आधुनिक युग का फायदा उठाकर ऑनलाइन ठगी करने का काम करते थे.

कैसे दिया वारदात को अंजाम

हाल ही में फरीदाबाद के सूरजकुंड इलाके की रहने वाली रानी नाम की महिला के बैंक खाते से साढ़े 8 लाख रुपए अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए.

इसके लिए आरोपियों ने पहले महिला के सिम को निष्क्रिय किया और उस नंबर को अपने नंबर पर एक्टीवेट कर लिया. उसके बाद महिला के खाते का ओटीपी नंबर इन्हें मिला, जिससे उन्होंने बैंक की सारी जानकारी प्राप्त की और फिर उसके खाते से साढ़े 8 लाख रुपए अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए, और फिर आरोपी शहर से फरार हो गए.

Advertisement

पीड़िता ने पूरे मामले की शिकायत साइबर सेल पुलिस को दी. जिस पर पुलिस ने जांच करने के बाद आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए दो टीमों को मुंबई और झारखंड रवाना कर दिया. पुलिस ने करीब 3 दिन की तलाशी के बाद चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.

जानकारी देते हुए डीसीपी क्राइम लोकेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपियों से ठगे गए पैसे की रिकवरी के लिए तीन दिन का रिमांड लिया गया है. उसके बाद जेल भेज दिया जाएगा.

दूसरी ओर, पुलिस गिरफ्त में आए मात्र 5वीं पास इस आरोपी की माने तो वह एटीएम कार्ड को मशीन में स्वैप करते थे. हालांकि इस गेम का मास्टरमाइंड कोई और है जो उन्हें राशन की दुकान में कार्ड स्वेप कर सामान की खरीदारी करने को भेजता था.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement