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एक ब्लाइंड मर्डर केस का 'सीरियल कनेक्शन'

हरियाणा में महज चंद रूपयों की खातिर एक दोस्त ने अपने ही दोस्त की हत्या कर दी. मृतक का कुसूर सिर्फ इतना था कि उसने अपने दोस्त की जरूरत के वक्त मदद की थी. आरोपियों ने सावधान इंडिया और क्राइम पेट्रोल देखकर इस हत्याकांड को अंजाम देने की साजिश रची थी.

हरियाणा के फरीदाबाद की घटना हरियाणा के फरीदाबाद की घटना
तनसीम हैदर/राहुल सिंह
  • फरीदाबाद,
  • 13 सितंबर 2016,
  • अपडेटेड 10:30 AM IST

हरियाणा में महज चंद रुपयों की खातिर एक दोस्त ने अपने ही दोस्त की हत्या कर दी. मृतक का कुसूर सिर्फ इतना था कि उसने अपने दोस्त की जरूरत के वक्त मदद की थी. आरोपियों ने सावधान इंडिया और क्राइम पेट्रोल देखकर इस हत्याकांड को अंजाम देने की साजिश रची थी. पुलिस ने मामले में आरोपी दोस्त समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.

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घटना हरियाणा के फरीदाबाद की है. मृतक युवक का नाम दयाराम था. दयाराम और उसका आरोपी दोस्त मुबीन पिछले काफी समय से एक साथ काम करते थे. पुलिस के मुताबिक, दयाराम ने अपने दोस्त मुबीन को तकरीबन दो साल पहले दो लाख रूपये ब्याज पर दिए थे. वहीं मुबीन ने दयाराम से सद्दाम नामक उसके एक दोस्त को उसकी बहन की शादी के लिए एक लाख रूपये ब्याज पर दिलवाए थे.

लगभग डेढ़ साल तक दोनों दयाराम को ली गई रकम का ब्याज देते रहे. मगर काफी वक्त से दोनों ब्याज की रकम नहीं चुका पा रहे थे. जिसके बाद मुबीन और सद्दाम ने ब्याज के पैसों से पीछा छुड़ाने के लिए दयाराम को ही रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली. दोनों ने योगेंद्र नामक शख्स को 50 हजार रूपये में दयाराम की हत्या की सुपारी दी और खुद मुबीन भी इस खौफनाक साजिश में शामिल हो गया.

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नाटक देखकर रची हत्या की साजिश
दोनों ने सावधान इंडिया और क्राइम पेट्रोल में दिखाई जा रही कहानियों को देख घटना को अंजाम देने का प्लान बनाया. प्लान के तहत मुबीन अपना फोन घर पर ही छोड़कर आया था, जिससे किसी को शक होने पर भी घटना के वक्त उसकी लोकेशन घर पर ही दिखाई दे. वहीं योगेंद्र ने अपने फोन को स्विच ऑफ कर दिया था. जिसके बाद मुबीन ने किसी अनजान शख्स से फोन मांगकर दयाराम को शराब पीने के लिए एक जगह पर बुलाया.

खूब शराब पिलाई फिर कर दिया कत्ल
दयाराम जब वहां पहुंचा तो मुबीन के साथ योगेंद्र भी मौजूद था. दोनों ने दयाराम को खूब शराब पिलाई. दयाराम जब नशे में पूरी तरह धुत हो गया तो दोनों आरोपी उसे कार में डालकर यूपी के गौतमबुद्ध नगर की ओर ले गए. पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपी योगेंद्र ने दयाराम के फोन से अहमदाबाद में एक एस्ट्रोलॉजर को फोन किया और उससे कुछ देर तक बात की.

सर्विलांस की मदद से सुलझाई कत्ल की गुत्थी
जैसे ही वह लोग गौतमबुद्ध नगर पहुंचे उन्होंने कार में ही दयाराम की रस्सी से गला घोंट कर हत्या कर दी और शव को ठिकाने लगाने के लिए नाले में फेंक फरार हो गए. मामले का खुलासा करने वाले क्राइम ब्रांच के इंचार्ज आनंद के मुताबिक, आरोपियों ने बेहद ही शातिराना अंदाज में घटना को अंजाम दिया था. पुलिस ने इस ब्लाइंड मर्डर केस को सर्विलांस की मदद से ही सुलझाया है. फिलहाल तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की जा रही है.

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