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फर्रुखाबाद: यूपी पुलिस का खुलासा, बच्चों को छोड़ने के एवज में मांग रहा था 23 करोड़

ग्रामीणों की मदद से पुलिस मकान के पिछले हिस्से का दरवाजा तोड़कर घर के अंदर घुस गई. डरे-सहमे बच्चे घर के अंदर तहखाने के एक कोने में कैद थे. पुलिस को घुसते देख अपराधी ने फायरिंग शुरू कर दी. लेकिन पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में सिरफिरे को ढेर कर सभी बच्चों को सुरक्षित बचा लिया.

प्रत्येक बच्चे से मांग रहा था एक करोड़ की फिरौती प्रत्येक बच्चे से मांग रहा था एक करोड़ की फिरौती
कुमार अभिषेक
  • लकनऊ,
  • 31 जनवरी 2020,
  • अपडेटेड 3:43 PM IST

  • पुलिस ने बताया 23 बच्चों को सुरक्षित निकालना चुनौती
  • सीएम योगी ने अपराधी को उलझाए रखने की दी थी सलाह

फर्रुखाबाद में गुरुवार की रात लगभग आठ घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद 23 बच्चों को छुड़ा लिया गया. वहीं 23 बच्चों को बंधक बनाने वाला सुभाष बाथम पुलिस एनकाउंटर में मारा गया. जबकि उसकी पत्नी की भीड़ ने पीट-पीट कर हत्या कर दी. इस घटना को लेकर पुलिस पर उठ रहे सवालों के बीच यूपी सीएम ऑफिस ने एक बड़ा खुलासा किया है. बताया जा रहा है कि सिरफिरा सुभाष एक बच्चे की एवज में 1 करोड़ रुपये फिरौती की मांग कर रहा था.

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पुलिस के मुताबिक यह ऑपरेशन बेहद खतरनाक था. पुलिस ने आगे बताया है कि उनकी रणनीति थी कि वो अपराधी को बातचीत में उलझाए रखेंगे, उधर एक दल दरवाजा तोड़कर घर में दाखिल होगा.

पुलिस ने बताया कि यह रणनीति सीएम योगी आदित्यनाथ ने ही तय किया था और इस रणनीति के तहत बड़ी कामयाबी भी मिली, जब उन्होंने बातचीत के दौरान ही 9 महीने की एक बच्ची को सुरक्षित रेस्क्यू करा लिया. बातचीच के दौरान अपराधी ने एक बार कहा कि उसे हर बच्चे के हिसाब से एक करोड़ रूपए यानी कुल 23 करोड़ रूपए दो. उसने ये भी कहा उसे किसी से डर नहीं लगता क्योंकि वह पहले भी सजा काट चुका है. अगर उसकी बात नहीं मानी गई तो वो सबको मार कर भाग जाएगा.

हालांकि इस दौरान पुलिस उसे समझाती रही कि थोड़ा वक्त दो, तभी उसका रवैया बदल गया. उसने कहा मुझे कोई बातचीत नहीं करनी, मैं घर उड़ाने जा रहा हूं. पुलिस ने बताया, 'इस बीच कुछ ग्रामीणों ने देखा कि सुभाष घर के अंदर बम फिट कर रहा है और उसने ज्वलनशील पदार्थ फैलाना शुरू कर दिया है. अंदर से एक धमाके की आवाज भी आई जिसका इस्तेमाल दरवाजा के पास किया था.'

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ऐसे में ग्रामीणों की मदद से पुलिस मकान के पिछले हिस्से का दरवाजा तोड़कर घर के अंदर घुस गई. डरे-सहमे बच्चे घर के अंदर तहखाने के एक कोने में कैद थे. पुलिस को घुसते देख अपराधी ने फायरिंग शुरू कर दी. लेकिन पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में सिरफिरे को ढेर कर सभी बच्चों को सुरक्षित बचा लिया.

पुलिस ने बताया कि सिरफिरे अपराधी ने सभी बच्चों को जन्मदिन के बहाने अपने घर में बुलाया था. जब देर रात बच्चे वापस नहीं गए तो एक परिवार की मां उसे वापस लेने आयी. उसने दरवाजे पर आवाज दी तो सुभाष बाथम ने कहा कि सभी बच्चे बंधक हैं किसी को भी नहीं छोड़ा जाएगा. जिसके बाद वापस आकर महिला ने अन्य ग्रामीणों को भी ये बात बताई. बाद में पुलिस को इस बात की जानकारी दी गई. मौके पर 112 पुलिसकर्मी पहुंचे.

और पढ़ें- Farrukhabad Hostage Case: सिरफिरे की पत्नी पर फूटा लोगों का गुस्सा, पुलिस के सामने पिटाई, गई जान

सीएम योगी आदित्यनाथ को जैसे ही इस घटना की जानकारी मिली उन्होंने अपनी सारी बैठकें कैंसिल कर दी. जब तक सारे बच्चे घर नहीं पहुंचे मुख्यमंत्री खुद इस ऑपरेशन की निगरानी कर रहे थे. गृह मंत्री अमित शाह ने यूपी पुलिस की कामयाबी पर उन्हें और मुख्यमंत्री को बधाई दी है.

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