
जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में आर्मी कैंप पर हुए आतंकी हमले में सेना के तीन जवान शहीद हो गए जिनमें एक कैप्टन और एक जेसीओ भी शामिल हैं. हमले में सुरक्षबलों ने दो आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया. हमले में शहीद कैप्टन आयुष यादव ने आतंकियों से लोहा लेते हुए देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दे दिया. जवानों की शहादत को देश सलाम कर रहा है लेकिन जवानों के परिजन सरकार से तीखे सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर कब तक वो अपने बेटों को खोते रहेंगे.
सरकार से पिता के सवाल
यूपी के कानुपर में रहने वाले शहीद आयुष यादव के पिता अरुण यादव ने सरकार से पूछा है कि उन्होंने तो अपना बेटा खो दिया लेकिन आखिर कब तक देश अपने बेटों को ऐसे ही खोता रहेगा. उन्होंने बताया कि आयुष उनका इकलौता बेटा था और बुधवार को ही फोन पर उन्होंने अपने बेटे से बात की थी. आयुष ने अपने पिता को घूमने के लिए श्रीनगर बुलाया था. लेकिन जब पिता ने कहा कि वहां तो बहुत पत्थरबाजी हो रही है तो इस पर आयुष हंसने लगे.
सुकमा के शहीदों की याद
दो दिन पहले ही सुकमा में हुए नक्सली हमले में भी सीआपीएफ के 25 जवान शहीद हो गए थे. जब जवानों के शव उनके घर पहुंचे तो उनके परिजन भी सरकार से यही सवाल पूछ रहे थे कि देश के लिए कब तक हमारे जवानों को शहादत देने पड़ेगी. सरकार ने कहा है कि आतंकी और नक्सली हमले रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे ताकि देश के दुश्मनों को मुहंतोड़ जवाब दिया जा सके.
सेना के कैंप हैं निशाने पर
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से आतंकी लगातार सेना के कैंपों को निशाना बना रहे हैं. हाल ही में जम्मू कश्मीर के नौहट्टा में भी सीआरपीएफ कैंप पर ग्रेनेड हमला हुआ था. इस हमले में एक पुलिसकर्मी शहीद हो गया था. इससे पहले उरी, पठानकोट और कुपवाड़ा में हुए आतंकी हमलों में भी सुरक्षाबलों के ठिकानों को निशाना बनाया गया था.
हमारे जवान दुश्मन का मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम: हंसराज अहीर
कुपवाड़ा के आतंकी हमले पर गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर का कहना है कि हमारी सेना दुश्मन का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए सक्षम है. उन्होंने कहा कि पड़ोस के मन में पाप है, वहां से
आतंकवाद को प्रोत्साहित किया जा रहा है, लेकिन हमारी सेना इसका कड़ा जवाब देने के लिए तैयार है.
उन्होंने कहा, 'हमारे तीन जवान शहीद हुए हैं. इसका हमको दुख है. हमने उनके भी दो आतंकी मार गिराए हैं. अभी सर्च ऑपरेशन चल रहा है. दुश्मन के इरादों को हम सफल नहीं होने देंगे. पड़ोस से लंबे समय से कोशिश की जा रही है. जम्मू-कश्मीर में ऐसे हमले करने की, लेकिन हम उनको नाकाम कर रहे हैं. गृह मंत्रालय में आज बैठक हुई थी. जो हमला हुआ है उसके बारे में मीटिंग में रिव्यू किया गया.
सुकमा में हुए नक्सली हमले पर गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर का कहना है कि नक्सली छुपकर हमला करते हैं, जबकि हम को मैदान से लड़ना पड़ता है. उनके लिए हमला करना आसान है, क्योंकि 24 घंटे लगातार वह इसी ताक में रहते हैं. लेकिन हमारे लिए थोड़ी परेशानी है. हमारे 25 जवान शहीद हुए हैं. लगातार नक्सलियों से लड़ाई लड़ी जा रही है. नक्सलियों को हम खत्म करके रहेंगे. नक्सलवाद को खत्म करके रहेंगे. इस घटना को लेकर भी गृह मंत्रालय में भी मीटिंग हुई है. पूरी घटना का विश्लेषण किया जा रहा है. किसी भी जानकारी को रिपोर्ट को अनदेखा नहीं किया गया है. पुरानी घटनाओं से सबक लेते हुए बार-बार रणनीति में रिव्यू किया जाता है.