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नोटंबदी पर जेटली ने कहा- स्थिति अब सामान्य हो चुकी है

वित्त मंत्री ने कहा कि शनिवार से बैंकों में केवल मान्य मुद्राएं ही होंगी. नकदी निकासी पर लगी सीमा हटाने के बारे में प्रश्न पूछे जाने पर जेटली ने कहा, इंतजार करिए, जब हम इस पर निर्णय ले लेंगे तो सार्वजनिक किया जाएगा.

वित्त मंत्री अरुण जेटली वित्त मंत्री अरुण जेटली
रीमा पाराशर
  • नई दिल्ली,
  • 31 दिसंबर 2016,
  • अपडेटेड 8:22 AM IST

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि नोटबंदी के बाद एक बार फिर हालात सामान्य हो गए हैं. बैंकों से मुद्रा की उपलब्धता के मामले में स्थिति बड़े पैमाने पर ठीक हो चुकी है. रिजर्व बैंक के पास और मुद्रा डालने के लिए नोटों का पर्याप्त भंडार है और वह इसकी आपूर्ति जारी रखेगा.

वित्त मंत्री ने कहा कि शनिवार से बैंकों में केवल मान्य मुद्राएं ही होंगी. नकदी निकासी पर लगी सीमा हटाने के बारे में प्रश्न पूछे जाने पर जेटली ने कहा, इंतजार करिए, जब हम इस पर निर्णय ले लेंगे तो सार्वजनिक किया जाएगा. कर विभाग द्वारा बड़े पैमाने पर अंजाम दिए गए छापों के सवाल पर उन्होंने कहा, यह दिखाता है कि बड़े स्तर पर लोग नोटों की तस्करी और अदला-बदली में शामिल हैं और यह प्रधानमंत्री के आठ नवंबर के फैसले को उचित ठहराता है.

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पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम के बयान पर टिप्पणी करते हुए जेटली ने कहा कि मैं वह अर्थशास्त्र सीखना चाहूंगा जहां कम जीडीपी से उच्च कर राजस्व एकत्रण किया जाता है. जेटली ने कहा कि मैं दिल्ली में गया और अलग-अलग इलाकों से भी रिपोर्ट आ रही है कि अब सब सामान्य है. भीड़ कम हो रही है.

सिंगापुर के साथ कर संधि में संशोधन
भारत ने सिंगापुर के साथ दोहरे कराधान से बचाव की संधि (डीटीएए) में संशोधन के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत वहां के रास्ते आने वाले निवेश पर अगले अप्रैल से पूंजी लाभ पर कर लागू होगा. इसका उद्देश्य निवेश के नाम पर काले धन की हेराफेरी पर अंकुश लगाना है. भारत ने इससे पहले इसी साल मॉरीशस तथा साइप्रस के साथ पुरानी कर संधियों में संशोधन का करार किया था. जेटली ने कहा कि सिंगापुर के साथ किए गए संशोधित संधि के तहत एक अप्रैल 2017 से दो साल के लिए पूंजी लाभ कर मौजूदा घरेलू दर का 50 प्रतिशत के हिसाब से लगाया जाएगा. पूर्ण दर एक अप्रैल 2019 से लागू होगी.

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