
नारदा स्टिंग प्रकरण में आपराधिक साजिश और भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआई ने तृणमूल कांग्रेस के 12 नेताओं पर मामला दर्ज किया है. इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसे राजनीतिक खेल बताया। इस सूची में तृणमूल कांग्रेस के दिग्गजों के नाम हैं और एक आईपीएस अधिकारी का नाम भी है.
पश्चिम बंगाल में 2016 में हुए विधानसभा चुनावों से पहले विभिन्न समाचार चैनलों पर नारदा स्टिंग के टेप प्रसारित किये गये थे. इनमें भविष्य में फायदा पहुंचाने के एवज में तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को कथित तौर पर लोगों से पैसे लेते हुए देखा गया. नारदान्यूजडॉटकॉम पोर्टल ने टेप प्रसारित किए, जिसे बाद बीजेपी ने ममता सरकार पर तीखा हमला बोला था.
इस मामले से सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को गहरा झटका लगा था, लेकिन वह फिर भी दोबारा चुनाव में जीतकर सत्ता पर काबिज हुई. सीबीआई ने राज्यसभा सदस्य मुकुल रॉय और लोकसभा सांसदों सौगत राय, सुल्तान अहमद, काकोली घोष दस्तीदार, अपरूपा पोद्दार और प्रसून बनर्जी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. इसके अलावा कई और प्रमुख नाम शामिल हैं.
इस प्राथमिकी में पश्चिम बंगाल के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हाकिम, परिवहन मंत्री सुवेंदु अधिकारी, पर्यावरण मंत्री शोभन चटर्जी और पंचायती राज तथा ग्रामीण विकास मंत्री सुब्रत मुखर्जी के भी नाम हैं. सीबीआई ने अपराध में पूर्व मंत्री मदन मित्रा, विधायक इकबाल अहमद और आईपीएस अधिकारी सैयद मुस्तफा हुसैन मिर्जा को भी आरोपी बनाया है.