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अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी कैंपस में गोलीबारी, 2 छात्र हुए घायल

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) कैंपस के आरएम हॉल में मंगलवार को गोलीबारी होने की बात सामने आई है. इस घटना में दो छात्र घायल हो गए, जिन्हें मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. दोनों घायल छात्र सगे भाई हैं.

दोनों घायल छात्र सगे भाई हैं दोनों घायल छात्र सगे भाई हैं
मुकेश कुमार
  • अलीगढ़,
  • 16 मई 2018,
  • अपडेटेड 9:21 AM IST

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) कैंपस के आरएम हॉल में मंगलवार को गोलीबारी होने की बात सामने आई है. इस घटना में दो छात्र घायल हो गए, जिन्हें मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. दोनों घायल छात्र सगे भाई हैं. पीड़िता पक्ष की तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज करके इस मामले की जांच शुरू कर दी है.

बताया जा रहा है कि कुछ दबंग छात्र अन्य छात्रों से तीन लाख रुपये रंगदारी मांग रहे थे. जब रंगदारी देने से मना किया तो दबंगों ने छात्रों पर चाकू और तमंचे की बट से हमला कर दिया. उधर, आरोप यह भी है कि दबंग छात्र जबरन कुछ छात्रों को जिन्ना प्रकरण को लेकर चल रहे धरने पर बिठाना चाहते थे. मना करने पर गोली मार दी.

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जानकारी के मुताबिक, एएमयू में सोमवार देर रात कैंपस के अंदर बदायूं के रहने वाले दो छात्रों पर कुछ बदमाशों ने हमला बोला. आरोप है कि कुछ स्थानीय खुराफाती युवकों ने धौंस में तीन लाख रुपये मांगे थे. नहीं देने पर तमंचे की बट से सिर फोड़ दिया और चाकू भी मारा. आरोपियों में दो छात्र एएमयू के भी बताए गए हैं.

एसएसपी अजय कुमार साहनी ने कहा कि कुछ बाहरी लोगों ने एएमयू छात्रों पर हमला बोल दिया, क्योंकि उन्होंने तीन लाख रुपये नहीं दिए. आरोप है कि हमलावर युवक छात्रसंघ अध्यक्ष के साथ रहते हैं. यही लोग धरने पर बैठने का दवाब भी बना रहे थे. बाहरी तत्वों को कैंपस आने से रोकने के लिए एएमयू प्रशासन से कहा जाएगा.

जिन्ना प्रकरण पर धरना-प्रदर्शन होगा तेज

एएमयू छात्रसंघ ने मुहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर को लेकर दो मई को परिसर में हंगामा करने वाले तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर जारी अपने धरना-प्रदर्शन को और तेज करने का फैसला किया है. एएमयू छात्रसंघ की मंगलवार की रात हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया. इस बीच, छात्रसंघ के पदाधिकारियों ने भी अनशन में हिस्सा लिया.

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इनमें छात्रसंघ के अध्यक्ष मशकूर अहमद उस्मानी, सचिव मुहम्मद फ़हद और पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष फैजुल हसन शामिल थे. मालूम हो कि एएमयू छात्रसंघ के नेताओं ने विश्वविद्यालय परिसर में करीब दो हफ्ते से जारी धरना-प्रदर्शन को समाप्त करने की पहल के तहत जिले के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की थी.

बैठक के दौरान यह मांग भी रखी गयी कि दो मई को एएमयू के छात्रों पर लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई हो. एएमयू के यूनियन हॉल में पाकिस्तान के राष्ट्रपिता जिन्ना की तस्वीर लगी होने के विरोध में हिन्दूवादी संगठनों के कई कार्यकर्ताओं ने पिछली दो मई को एएमयू परिसर में घुसकर हंगामा किया था.

उस वक्त पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी भी एएमयू के गेस्ट हाउस में मौजूद थे. विश्वविद्यालय के छात्रों ने हंगामा करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई के लिये प्रदर्शन किया था. इस दौरान उनकी भीड़ को तितर-बितर करने के लिये पुलिस ने लाठीचार्ज किया था. उसके बाद से विश्वविद्यालय के बाब-ए-सैयद गेट के पास छात्र-छात्राओं का धरना-प्रदर्शन जारी है.

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