
महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के शेगांव में चक्काजाम आंदोलन कर रहे गन्ना किसानों के आंदोलन पर पुलिस ने बुधवार को लाठीचार्ज और गोलीबारी की. पुलिस कार्रवाई में दो किसान जख्मी हो गए. दोनों आंदोलनकारी किसानों का इलाज निजी अस्पताल में किया जा रहा है. समाजसेवी अन्ना हजारे ने पुलिस की इस कठोर कार्रवाई की निंदा की है.
वहीं किसानों पर गोलीबारी करने का विरोध जताने के लिए आज गुरुवार को सुकाणु समिति के सदस्यों ने प्रादेशिक सहसंचालक (चीनी) को उनके ही दफ्तर में बंद कर आंदोलन किया. सुकाणु समिति के सदस्यों की मांग है कि वरिष्ठ चीनी मिल संचालक को उनसे मिलकर बात करनी चाहिए थी.
समाजसेवी अन्ना हजारे ने रालेगण सिद्धि से शेगांव जाकर जख्मी किसानों की तबीयत का जायजा लिया. जख्मी किसानों से मिलने के बाद अन्ना ने मीडिया से बातचीत में कहा कि किसानों पर गोलीबारी करना निंदनीय कार्य है. कृषिप्रदान भारत में ऐसा होना कृषिप्रदान देश को कलंकित करने वाली घटना है.
अन्ना हजारे ने कहा कि अगर सरकार किसानों से पहले बात करती तो गोलीबारी करने की नौबत नहीं आती. अनना ने कहा कि देश के किसान पाकिस्तान से तो नहीं आये हैं.
पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने किसानों पर की हुई गोलीबारी की कड़ी निंदा की. पवार ने बीजेपी सरकार पर किसानों के किसी भी उपज को वाजिब दाम नहीं देने का आरोप लगाया है. आंदोलन कर रहे महिला किसानों को हिरासत में लेने की प्रक्रिया की निंदा की है. अजित पवार ने कहा कि फसल को दाम तो नहीं दे रहे, किसानो को गोली मारने की हिम्मत इस सरकार में आ गयी है. अब चुप नहीं बैठेंगे. इस सरकार को जमीन पर लाये बिना हमारे सामने कुछ और रास्ता नहीं है.