
भारतीय रेलवे आज दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा और एशिया का सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क है. लेकिन इस मुकाम तक पहुंचने में भारतीय रेल को 161 साल लगे. चलिए जानते हैं सबसे पहली रेल कब चली और ऐसे ही कुछ अन्य तथ्य.
भारतीय रेल नेटवर्क की पहली पैसेंजर ट्रेनः 16 अप्रैल 1853 को बाम्बे से ठाणे के बीच चली.
पहला रेल पुलः दपुरी वियाडक्ट (मुंबई-ठाणे रूट पर)
पहली रेल सुरंगः पारसिक सुरंग
पहली अंडरग्राउंड रेलवेः कलकत्ता मेट्रो
पहली कंप्यूटरीकृत रेल आरक्षण सेवाः नई दिल्ली (1986)
पहली इलेक्ट्रिक ट्रेनः 3 फरवरी 1925 को बांबे वीटी से कुर्ला के बीच चली.
ट्रेन में पहली बार टॉयलेट का इस्तेमालः 1891 में फर्स्ट क्लास में और 1907 में लोअर क्लास में.
सबसे लंबी दूरी की रोजाना चलने वाली ट्रेनः केरला एक्सप्रेस (42.5 घंटे में 3,054 किलोमीटर)
सबसे पुराना संरक्षित रेल इंजनः फेरी क्वीन (1855), अब भी कार्य करने में सक्षम.
पहली भाप इंजन पैसेंजर ट्रेन: 15 अगस्त 1854 को हावड़ा-हुगली (38.62 किलोमीटर) के बीच चलाई गई थी.
पहली रेल सेतु: बांबे-ठाणे रूट पर डपूरी वायाडक्ट.
पहली रेल सुरंग: पारसिक सुरंग.
सबसे लंबी सुरंग: करबुड़े (6.5 किलोमीटर) कोंकण रेलवे में स्थित.