
आज हम भले ही खुली हवा में सांस ले रहे हों, खुद को आजाद महसूस कर रहे हों. अपनी लोकतांत्रिक सरकारें चुन रहे हों. अपने गैरपसंदीदा प्रत्याशियों को हराने का खम ठोक रहे हों, लेकिन क्या आप इस फैक्ट से वाकिफ हैं कि फ्रांस जैसे विकसित देशों में भी महिलाओं को बहुत बाद में वोटिंग के अधिकार दिए गए. इसके लिए उन्हें लंबी लड़ाई लड़नी पड़ी. आज से ठीक 70 साल पहले उन्हें फ्रांस में अपने मनमाफिक प्रतिनिधि और सरकार चुनने का अधिकार दिया गया था.
1. न्यूजीलैंड को दुनिया के पहले ऐसे देश के तौर पर जाना जाता है जिसने साल 1893 में महिलाओं का मताधिकार सुनिश्चित करवाया. हालांकि वे तब ब्रिटिश उपनिवेश थे.
2. धीरे-धीरे दूसरे देश भी इसी रास्ते पर बढ़ते गए. ऑस्ट्रेलिया ने साल 1902 में ऐसे अधिकार दिए. फिनलैंड ने ऐसी शुरुआत साल 1906 में की तो वहीं नॉर्वे ने साल 1913 में महिलाओं को मताधिकार दिए.
3. फ्रांस इससे पहले तक जर्मनी के अधीन था. जर्मनी की गिरफ्त से आजाद होने के बाद उन्होंने फ्रांस को पूरी दुनिया के समक्ष स्थापित करने में कोई कोरकसर नहीं छोड़ी.
4. हम आपको बताते चलें कि अमेरिका जैसे देशों में भी महिलाओं को मताधिकार साल 1919 में दिया गया. वहीं सउदी अरब में यह अधिकार हाल ही में साल 2015 में दिया गया.
5. धीरे-धीरे ही सही मगर फ्रांस में महिलाएं राजनीति की ओर रुख कर रही हैं. साल 1993 तक फ्रांस की संसद में महिलाओं का प्रतिनिधित्व महज 5.7 फीसद था. हालांकि पुरुषों के वर्चस्व वाले इस क्षेत्र में महिलाएं भी दखल देने लगी हैं. अपने अधिकारों के प्रति जागरुक हुई हैं.