
शीना वोरा मर्डर केस में हर पल नया मोड़ आ रहा है. इंद्राणी के पूर्व पति संजीव खन्ना और पूर्व ड्राइवर श्यामवर राय ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. इन दोनों ने शीना की लाश ठिकाने लगाने में इंद्राणी की मदद करने की बात मान ली है. ये भी कहा है कि शीना का क़त्ल इंद्राणी ने ही किया था, लेकिन इंद्राणी खुद को बेकसूर बता रही है. मुंबई के बांद्रा कोर्ट में सोमवार को तीनों की पेशी हुई. इसके बाद कोर्ट उनकी पुलिस रिमांड बढ़ाते हुए 5 सितंबर तक कर दी है. इंद्राणी के पति पीटर मुखर्जी ने इस केस से दूरी बना ली है. वह कानूनी लड़ाई में इंद्राणी का साथ नहीं देंगे.
रिश्तों का ऐसा उलझा मकड़जाल, जिसमें हर तस्वीर धुंधली है. दौलत, शोहरत और बेवफाई की ऐसी कहानी, जिसका हर पन्ना दाग़दार है. मर्डर की एक ऐसी मिस्ट्री, जिसे सुलझाने की हर कोशिश इसकी गांठों को और उलझाती जा रही है. आज हर निगाह शीना के क़ातिल का नाम तलाश रही है. हर कोई शीना के क़त्ल की वजह जानना चाहता है. लेकिन मुश्किल ये है कि शीना की दास्तान जिस किताब में लिखी है. उसका आखिरी सफ़ा अभी तक कोरा है. क़ातिल का नाम नदारद है. उसका हत्यारा कौन है. ये सवाल अभी जवाब की राह देख रहा है.
बेववाई की बुनियाद पर खड़ी दौलत, शोहरत, धोखे और नफरत की ये कहानी कोई नई नहीं है. भारतीय अपराध के इतिहास में इससे भी पहले कई बार रिश्तों को तार-तार करते हुए ऐसी वारदात को अंजाम दिया जा चुका है. कई बार अपनों ने ही अपनों का गला घोटा है. कातिल सामने होता है, लेकिन सबूत और गवाहों की बुनियाद पर चलने वाली न्याय व्यवस्था की कमजोरियों का फायद उठाकर कातिल आज भी आजाद है. इस कत्ल की फेहरिस्त में आरुषि मर्डर केस, फिल्म अभिनेत्री जिया खान केस, सुनंदा पुष्कर और नीरज ग्रोवर मर्डर केस आज भी मिस्ट्री बना हुआ है.
दौलत, शोहरत और बेवफाई की कहानी
साल 2015. जून का पहला हफ्ता. मुंबई के पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया को एक गुमनाम फोन पर तीन साल पहले हुई शीना के क़त्ल की जानकारी मिली. फोन करने वाले का दावा था ये कत्ल मीडिया की दुनिया के बड़े नाम पीटर मुखर्जी की बीवी इंद्राणी मुखर्जी ने किया है. फिर फोन काट दिया गया. ये जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने कुछ साल पहले तक इंद्राणी के ड्राइवर रहे श्यामवर राय को गिरफ्तार कर लिया.
ये गिरफ्तारी आर्म्स एक्ट के तहत दिखाई गई. लेकिन पुलिस ने जब पूछताछ शुरू की तो श्यामवर राय ने 24 अप्रैल 2012 की सारी कहानी उगल दी. उसने बताया कि इंद्राणी ने फोन करके शीना को शाम 6.30 बजे नेशनल कालेज, मुंबई बुलाया. इंद्राणी के साथ उसका पूर्व पति संजीव खन्ना भी था. उसने शीना कोजबरन कार में बैठाया और बेहोशी की दवा पिला दी. इसके बाद चलती कार में अपनी बेटी का गला घोंट दिया.
कत्ल के बाद इंद्राणी, संजीव और श्यामवर ने शीना की लाश को रायगढ़ के जंगल में पेट्रोल डालकर जलाने की कोशिश की और अधजली लाश वहीं दफनाकर भाग निकले. उसके इस कबूलनामे के बाद 25 अगस्त को इंद्राणी मुखर्जी को गिरफ्तार कर लिया गया. सोमवार को उसको और उसके दो सहयोगियों को संजीव खन्ना और ड्राइवर को पांच सितंबर तक पुलिस रिमांड पर भेजा गया है.
सुनंदा पुष्कर की मौत की पहेली
पूर्व मंत्री शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत का राज अबतक सुलझ नहीं सका है. जांच जारी है. लेकिन इस पहेली से पर्दा कब उठेगा ये किसी को पता नहीं. 17 जनवरी, 2014. यही वो तारीख थी जब सुनंदा पुष्कर की मौत की खबर आई थी. दिल्ली के 5 सितारा होटल लीला पैलेस के कमरा नंबर 345 में पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरुर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की लाश मिली थी.
ठीक एक रोज पहले सुनंदा ने एक के बाद एक ट्विट किए थे. इसमें उनके शशि थरूर के साथ तनाव से गुजर रहे वैवाहिक रिश्तों की झलक थी. अटकलों का बाजार गर्म हो गया. ये मौत का ऐसा हाईप्रोफाइल मामला था. इसको लेकर तमाम तरह के कयास लगने लगे. पहले पोस्टमार्टम को लेकर पेंच खड़ा हुआ. एम्स में फोरेंसिक विभाग के हेड डॉक्टर सुधीर गुप्ता ने एक इल्जाम लगाकर सनसनी फैला दी.
उन्होंने कहा कि उन पर सुनंदा की मौत को सामान्य बताने का दबाव था. इसके बाद सुनंदा की पहले से मिस्ट्री बन चुकी मौत एक बड़ी मिस्ट्री में तब्दील हो. अटकलों और कयासों के घेरे में सुनंदा के पति और कांग्रेस के तेज तर्रार नेता शशि थरूर थे. हालांकि, थरूर ने कई मौकों पर ये जरूर कहा कि वो चाहते हैं कि जांच जल्दी पूरी हो ताकि बेबुनियाद अटकलें थम सकें. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि मौत अचानक और अप्राकृतिक वजहों से हुई.
इस मामले में सबसे बड़ा मोड़ आया पिछले साल अक्टूबर में जब सुनंदा की मौत की जांच कर रही मेडिकल टीम ने खुलासा किया कि सुनंदा की मौत जहर देने से हुई थी. पूरा मामला जितना सुलझता दिख रहा था उतना उलझने लगा. लेकिन इस साल जनवरी में दिल्ली पुलिस ने इस मामले को कत्ल का केस करार दिया और नई एफआईआर दर्ज की गई. तकरीबन डेढ़ साल का गुजरने के बाद भी सुनंदा की मौत की पहेली बनी हुई है.
जिया खान की मौत का राज़
तीनों फिल्में सुपर-डुपर हिट फिल्में देने के बावजूद जिया खान हिट नहीं हो पाईं. ऐसा कम ही होता है, लेकिन पता नहीं क्यों जिया को अचानक काम मिलने बंद हो गए. निर्माता मानो भूल ही गए कि बॉलीवुड में जिया खान भी हैं. धीरे-धीरे गुमनामी के अंधेरे में खोती जा रही जिया अपनी मौत की खबर के साथ सुर्खियों में आईं. ख़बर खुदकुशी की आई थी लेकिन फिर जिया की मौत का राज़ गहरा गया.
एक साल से ज्यादा वक्त बीत गया लेकिन अभी तक ये इस राज़ से पर्दा नहीं उठ पाया है कि आखिर कैसे हो गई जिया नि:शब्द? मुहब्बत में धोखा और काम नहीं मिलने के डिप्रेशन से क्या सचमुच जिया का जिंदगी से मोहभंग हो गया था और उसने खुद जान दे दी या फिर किसी ने उसकी कत्ल किया था. बताते हैं कि जिया को लग रहा था कि उसका बॉयफ्रेंड सूरज उसकी अनदेखी कर रहा है.
जिया ने सूरज को दो एसएमएस भेज कर पूछा भी कि वो उसकी अनदेखी क्यों कर रहा है. सूरज ने जवाब में कहा कि वो बिजी है. शाम को सूरज ने फोन किया तो जिया ने बताया कि वो उसे ये खुशखबरी सुनाना चाहती थी कि उसे तीन फिल्में मिली हैं. सूरज ने बधाई दी और उसके यहां फूलों का गुलदस्ता भेजा. रात को झगड़ा बढ़ गया. जिया को ये शक हुआ कि उससे झूठ बोलकर सूरज किसी और लड़की से मिलने जा रहा है.
उसने सूरज का भेजा गुलदस्ता खिड़की से बाहर फेंक दिया. फोन पर सूरज के साथ उसका झगड़ा हुआ. रात 10 बजकर 53 मिनट पर फोन पर सूरज से ही उसकी आखिरी बात हुई थी. उसके बाद देर रात जब जिया की मां राबिया घर लौटीं तो उसका शव उसके कमरे में पंखे से लटकी मिली थी. दावा किया गया कि रात 11.30 बजे के आसपास उसने पंखे से लटक कर खुदकुशी कर ली.
आरुषि मर्डर: इतिहास की सबसे बड़ी मर्डर मिस्ट्री
15-16 मई, 2008 की दरमियानी रात को आरुषि की लाश नोएडा में अपने घर में बिस्तर पर मिली. इसके बाद एक-एक कर इतनी नाटकीय घटनाएं सामने आईं कि पूरा मामला क्रिसी क्राइम थ्रिलर की फिल्म में बदल गया. इसमें अगले पल क्या होगा ये किसी को पता नहीं था. नोएडा के मशहूर डीपीएस में पढ़ने वाली आरूषि के कत्ल ने पास पड़ोस के लोगों से लेकर पूरे देश को हिला दिया.
सबकुछ इतने शातिर तरीके से अंजाम दिया गया था कि सोचना भी मुश्किल था कि आखिर कातिल कौन हो सकता है. कत्ल के फौरन बाद शक घर के नौकर हेमराज पर जाहिर किया गया. लेकिन कुछ ही घंटों में जब हेमराज की लाश घर की छत पर मिली तो ये पूरा मामला ही चकरघिन्नी की तरह घूम गया. पुलिस हमेशा की तरह बड़बोले दावे करती रही कि जल्द ही डबल मर्डर का राज सुलझा लिया जाएगा.
बेहद सनसनीखेज तरीके से नोएडा पुलिस दावा करती है कि आरुषि के कातिल कोई औऱ नहीं बल्कि उसके पिता डॉक्टर राजेश तलवार हैं. इस थ्योरी के पीछे पुलिस ने हॉरर किलिंग की दलील रखी. 23 मई, 2008 को पुलिस ने बेटी की हत्या के आरोप में राजेश तलवार को गिरफ्तार कर लिया. लेकिन तब तक मामले में इतने मोड़ आ चुके थे कि आरुषि की हत्या का ये मामला एक ब्लाइंड केस बन गया था.
31 मई, 2008 को आरुषि हत्याकांड की जांच सीबीआइ के हवाले कर दी गई. कत्ल के आरोप में डॉक्टर राजेश तलवार सलाखों के पीछे थे, आरुषि केस देश भर की सुर्खियं बना हुआ था. तलवार का नार्को टेस्ट हुआ. शक की सुई तब तक तलवार से हटकर उनके नौकरों औऱ कंपाउंडर तक पहुंच गई थी. तलवार परिवार के करीबी दुर्रानी परिवार का नौकर राजकुमार को गिरफ्तार कर लिया गया.
इस बीच तलवार 50 दिन जेल में गुजार चुके थे उन्हें जमानत मिल गई. 2010 में दो साल बाद सीबीआई ने क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर दी. सुनवाई चलती रही और फिर शक की सुई आरोपों की शक्ल में एक बार फिर तलवार दंपत्ति पर टिक गई. गाजियाबाद कोर्ट ने तलवार दंपत्ति को सबूत मिटाने का दोषी पाया. दोनों के खिलाफ आरुषि हत्याकांड में शामिल होने के आरोप तय किए गए.
कत्ल के चार साल बाद 2012 में आरुषि की मां नूपुर तलवार को कोर्ट में सरेंडर करना पड़ा औऱ फिर जेल जाना पड़ा. नवंबर 2013 में तमाम जिरह और सबूतों को देखने के बाद कोर्ट ने आरुषि के पिता राजेश औऱ मां नूपुर तलवार को उसकी हत्या के जुर्म का दोषी माना. उनको उम्र कैद की सजा सुना दी. इसी के साथ देश की सबसे सनसनीखेज मर्डर मिस्ट्री का पर्दा गिर चुका था.
हीरोइन के ब्वॉयफ्रेंड ने किया कत्ल
मई 2008 में मुंबई के प्रोडक्शन हाउस में काम करने वाले नीरज ग्रोवर की हत्या की खबर से सनसनी फैल गई. नीरज का कत्ल किसने और क्यों किया ये जानकारी जब तक पुख्ता तौर पर सामने आती तभी इस मामले में एक औऱ सनसनीखेज मोड़ आ गया. कन्नड़ अभिनेत्री मारिया सुसीराज और उसके ब्वॉयफ्रेंड एम एल जेरोम को पुलिस ने हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया.
अदालती कार्यवाही शुरू हुई. मारिया के ब्वॉयफ्रेंड को गैरइरादतन हत्या का दोषी करार दिया गया जबकि मारिया को सूबत मिटाने का. इस बीच कत्ल के पीछे की जो कहानी आई वो चौंका देने वाली थी. दक्षिण भारतीय फिल्मों में छोटे मोटे रोल करने वाली मारिया मुंबई में टीवी इंडस्ट्री में पैर जमाने की कोशिश कर रही थी. नीरज ग्रोवर इसी काम में उसकी मदद कर रहा था.
इसी दौरान मारिया को ऐसा लगा कि नीरज उसे पसंद करने लगा है औऱ ये बात उसने अपने ब्वायफ्रेंड से शेयर भी की. बताते हैं कि इसी दौरान मारिया कुछ दिन के लिए नीरज के अपार्टमेंट में उसके साथ भी रही और बाद में नीरज ने ही उसे नया घर दिलाने में मदद की. इसी के बाद कथित तौर पर नीरज एक रोज मारिया के घर गया जिसके बाद से उसका पता नहीं चला.
मारिया से पूछताछ की गई तो दस दिन के बाद वह टूट गई. उसने सच कबूल लिया. उसने खुलासा किया कि जेरोम एक रोज अचानक उसके घर पहुंचा. बेडरूम में नीरज को देख लिया इसी के बाद नीरज और जेरोम में मारपीट शुरू हो गई. जेरोम ने किचेन नाइफ से नीरज पर ताबड़तोड़ वार करके उसे मौत के घाट उतार दिया. बाद में नीरज की लाश के 300 से ज्यादा टुकड़े किए औऱ जंगल में लाश को जलाकर सबूत मिटा दिया.