
इराक की राजधानी बगदाद में अमेरिकी दूतावास के पास रॉकेट हमला हुआ है. सूत्रों के मुताबिक, दूतावास के पास 5 रॉकेट गिरे हैं. कुछ दिन पहले भी ऐसे रॉकेट हमले किए गए थे जिसके आरोप ईरान पर लगे. अमेरिका ने इसके लिए ईरान को बड़ा अंजाम भुगतने की चेतावनी दी थी. ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत के बाद ईरान और अमेरिका के बीच संबंध बिगड़ गए हैं. अमेरिका ने कमांडर सुलेमानी को इराक में मार दिया था.
समाचार एजेंसी एएफपी के संवाददाताओं ने टाइग्रिस के पश्चिमी बैंक की तरफ तेज आवाजें सुनीं, जहां अमेरिकी दूतावास और अधिकांश अन्य विदेशी राजनयिक मिशन स्थित हैं. बाद में इराक के सुरक्षा बलों ने एक बयान में कहा कि पांच रॉकेटों ने उच्च सुरक्षा वाले ग्रीन जोन पर हमला किया. हालांकि इस हमले में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. बयान में अमेरिकी दूतावास का जिक्र नहीं किया गया है.
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अभी हाल में बगदाद में मुस्लिम धर्मगुरु मोकतदा सदर ने एक बड़ी रैली आयोजित कर इराक से अमेरिकी सैनिकों की वापसी की अपील की थी. उनकी अपील के बाद बगदाद में यह रॉकेट हमला किया गया है. 3 जनवरी को बगदाद हवाई अड्डे के बाहर ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी और एक शीर्ष इराकी कमांडर की हत्या के बाद से इराक में अमेरिका की सैन्य मौजूदगी का मुद्दा गरमा गया है.
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आतंकवादी संगठन आईएसआईएस के खिलाफ जंग के लिए इराक में तकरीबन 52 हजार अमेरिकी सैनिक जमे हुए हैं. हालांकि इराक से इन सैनिकों की वापसी की मांग काफी तेज हो गई है लेकिन अमेरिका ने इसे सिरे से खारिज कर दिया है. इराक का कहना है कि कमांडर सुलेमानी की हत्या कर अमेरिका ने सैन्य कायदे का घोर उल्लंघन किया है. इसी आधार पर अमेरिकी सैनिकों की वापसी की मांग की जा रही है. रविवार का रॉकेट हमला उन हमलों की एक ताजा कड़ी है जो ईरान की तरफ से बताया जा रहा है.