
आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर YSR कांग्रेस के 5 सांसदों ने लोकसभा से अपना इस्तीफा दे दिया है. शुक्रवार को संसद के बजट सत्र के आखिरी दिन सांसदों ने लोकसभा स्पीकर को अपना इस्तीफा सौंपा. हालांकि, अभी ये साफ नहीं है कि लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने इस्तीफा स्वीकार किया है या नहीं.
इस्तीफा देने वालों में वी. वारा प्रसाद राव, वाई. वी. सुब्बा रेड्डी, पी.वी. मिधुन रेड्डी, वाई. एस. रेड्डी, मेकापति राजामोहन रेड्डी सांसद शामिल हैं. आपको बता दें कि लोकसभा में वाईएसआर कांग्रेस के कुल 9 सांसद हैं, जो घटकर अब 4 ही रह जाएंगे. वहीं राज्यसभा में वाईएसआर के दो सांसद हैं.
आपको बता दें कि इससे पहले वाईएसआर कांग्रेस मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए नोटिस भी दिया था. हालांकि, सदन ऑर्डर में ना हो पाने के कारण ये प्रस्ताव सदन में रखा नहीं जा सका था.
आपको बता दें कि संसद के बजट सत्र के आखिरी दिन टीडीपी के सांसद आंध्र प्रदेश से लेकर नई दिल्ली तक प्रदर्शन कर रहे हैं. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू शुक्रवार सुबह अपने आवास से साइकिल रैली निकाल कर विधानसभा तक पहुंचे. टीडीपी के नेताओं ने अमरावती और नई दिल्ली में आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने के लिए प्रदर्शन किया.
चंद्रबाबू नायडू अभी दिल्ली का दौरा करके गए हैं. इसके बाद भी उन्होंने गुरुवार को टेलीकॉन्फ्रेंस के जरिए अपने सांसदों से बात की. नायडू ने अपने सांसदों से बात करते हुए साफ कहा कि बीजेपी संसद में आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की बहस से भाग रही है.
उन्होंने कहा कि बीजेपी इस समय बांटों और राज करो की तरह सरकार चला रही है. अगर संसद इसी तरह बंद हो जाती है तो सांसदों को राष्ट्रपति से मुलाकात करनी चाहिए. नायडू ने साफ कहा कि बीजेपी को आंध्र प्रदेश के लोग नकार रहे हैं और वो दिन भी जल्द आएगा जब पूरा देश बीजेपी को नकार देगा.