
तेलंगाना, मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ, मराठवाड़ा और उत्तरी कर्नाटक में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के चलते गोदावरी और कृष्णा की सहायक नदियों में पानी का लेवल तेजी से बढ़ रहा है. तेलंगाना के निजामाबाद जिले में एक दो जगहों पर 40 सेंटीमीटर और की दूसरे जिलों में कई जगह पर 13 सेंटीमीटर या इसके आसपास की भारी बारिश पिछले 24 घंटों में दर्ज की गई है.
मौसम विभाग के मुताबिक अगले दो दिनों तक इन सभी इलाकों में झमाझम बारिश की और भी संभावना है. ऐसे में गोदावरी और इसकी सहायक नदियों मंजीरा, मनेरू, प्रवारा, पूर्णा, पेनगंगा में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. इसी के साथ कृष्णा नदी और इसकी सहायक नदी भीमा में पानी का लेवल तेजी से बढ़ने से बाढ़ का खतरा गहराने की आशंका बढ़ गई है.
बीड़ और लातूर में बाढ़ का खतरा
गोदावरी बेसिन में मेडक और निजामाबाद जिलों के सिंगूर, निजामसागर और श्रीरामसागर जलाशय लबालब भर चुके हैं. और ज्यादा बारिश होने की स्थिति में इन सभी जलाशयों से भारी मात्रा में पानी छोड़ा जाएगा. इससे मंजीरा और गोदावरी नदियों के किनारे बसे हुए इलाकों में भारी बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है. गोदावरी बेसिन में हो रही भारी बारिश के चलते महाराष्ट्र के बीड़ और लातूर में बाढ़ का खतरा है तो कर्नाटक के बीदर में बाढ़ की आशंका गहरा गई है. तेलंगाना मे मंजीरा नदी के बेसिन में मेडक, रंगारेड्डी और निजामाबाद में भीषण बाढ़ की आशंका है. महाराष्ट्र के परभणी और नांदेड़ में भारी बारिश के चलते नदियां उफान पर हैं.
और बारिश हो सकती है
सेंट्रल वाटर कमीशन के मुताबिक आने वाले दिनों में और ज्यादा भारी बारिश हो सकती है और इस वजह से पेनगंगा के रिवर बेसिन में मौजूद जलाशयों से भारी मात्रा में पानी छोड़ा जा सकता है. इससे पेनगंगा के किनारे के इलाकों खास तौर पर महाराष्ट्र के वर्धा और चंद्रपुर में और तेलंगाना के आदिलाबाद में बाढ़ का खतरा बढ़ जाएगा. गोदावरी की मुख्य जलधारा के आसपास बसे जिलों निजामाबाद, आदिलाबाद, करीमनगर में मध्यम दर्जे की बाढ़ अगले तीन चार दिनों तक देखी जाएगी. इसी तरह आंध्र प्रदेश के वेस्ट गोदावरी जिले में अगले चार से छह दिनों के अंदर बाढ़ की संभावना जताई जा रही है.
कृष्णा बेसिन की बात करें तो श्रीसेलम डैम लबालब भर चुका है. सोलापुर जिले में भीमा नदी पर मौजूद उज्जानी डैम अपनी फुल कैपेसिटी तक पहुंच चुका है. ऐसे में मध्य महाराष्ट्र और उत्तर कर्नाटक में और ज्यादा बारिश की संभावना के बीच बाढ़ का खतरा कृष्णा बेसिन में भी बढ़ गया है. जल्द ही कृष्णा रिवर बेसिन के बांधों से पानी छोड़ा जाएगा और इसके संबंध में संबंधित जिला प्रशासन को सूचित किया जा चुका है. इन स्थितियों में कर्नाटक के कलबुर्गी, यादगिरि, विजयपुरा, बगलकोट और रायचूर में बाढ़ का खतरा पैदा हो चुका है. इसी रिवर बेसिन में तेलंगाना के महबूबनगर और आंध्र प्रदेश के कुर्नूल जिले में भी बाढ़ का अलर्ट जारी कर दिया गया है.