
हरियाणा सरकार ने रोहतक में जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान हिंसा नियंत्रित करने में कर्तव्यों का ठीक तरीके से निर्वहन नहीं के आरोपों के बाद वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी और रोहतक के पूर्व आईजीपी श्रीकांत जाधव को गुरुवार को निलंबित कर दिया.
हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) पी के दास ने कहा कि रोहतक के पूर्व आईजी श्रीकांत जाधव और रोहतक के दो डीएसपी अमित दहिया और अमित भाटिया को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. हिंसा के दौरान कर्तव्यों का निर्वहन नहीं करने के आरोपों पर ऐसा किया गया है.
बताते चलें कि 21 फरवरी को हरियाणा सरकार ने रोहतक रेंज के आईजी श्रीकांत जाधव को राज्य में जाट आंदोलन के बीच हटा दिया था. जाधव को बाद में मधुबन में आईजी राज्य अपराध रिकार्ड ब्यूरो के तौर पर तैनात कर दिया गया था. तत्काल प्रभाव से छह पुलिस अधिकारियों का स्थानांतरण कर दिया.
मेहम, रोहतक और गोहाना के डीएसजी क्रमश: सुरेंद्र सिंह, सुखबीर सिंह और विनोद कुमार का फेरबदल किया गया है. सुरेंद्र सिंह अपनी तैनाती की गुरदयाल सिंह से अदला-बदली करेंगे. गुरदयाल वर्तमान में राज्य अपराध शाखा में डीएसपी के तौर पर तैनात हैं.
वहीं, सुखबीर सिंह अपनी तैनाती शमशेर सिंह से बदलेंगे जो राज्य अपराध शाखा में डीएसपी हैं. जबकि विनोद कुमार को फरीदाबाद में सहायक पुलिस आयुक्त के पद पर तैनात किया गया है. राजेश कुमार डीएसपी प्रथम आईआरबी भोंडसी को गोहाना का डीएसपी बनाया गया है.