
वैसे तो बिहार और झारखंड में पकड़उआ विवाह आम बात है. लेकिन वक्त के साथ धीरे-धीरे इस पर लगाम लगा है. इस बीच नए साल के पहले हफ्ते में बिहार के पटना से सटे पंडारक में हुए एक जबरन शादी से फिर 'पकड़उआ विवाह' सुर्खियों में आ गया है. क्योंकि इस शादी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें लड़का विवाह के दौरान रोता हुआ दिख रहा है यानी वो शादी के लिए राजी नहीं था.
इस शादी को लेकर कई तरह की बातें की जा रही थीं. लेकिन अब खुद पीड़ित दूल्हा विनोद कुमार सामने आया है, और उसने उस रात की पूरी आपबीती बताई. दरअसल बीते मंगलवार को भुक्तभोगी दूल्हा बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी से न्याय मांगने उनके जनता दरबार में पहुंचा. जहां उसने एक निजी से चैनल से बातचीत में पूरी घटना बताई कि कैसे उसे अगवा किया गया और फिर जबरन उसकी शादी करवाई गई.
लड़का इस शादी को मानने के लिए हरगिज तैयार नहीं है. इसलिए सुशील मोदी के जनता दरबार में पहुंच कर अपने और अपने परिवार की सुरक्षा की गुहार लगाई. लड़के का आरोप है कि इस 'पकड़उआ विवाह' के पीछे पुलिस का हाथ है. पुलिस की मिलीभगत से उसे 2 दिन तक लड़की वालों ने कमरे में कैद करके रखा, और लगातार लड़की को अपनाने की धमकी देता रहा.
बोकारो स्टील प्लांट के जूनियर इंजीनियर के पद पर कार्यरत विनोद कुमार कहना है कि जब उसे कैद कर लड़की के घर में रखा गया था, तब उसके परिवार वाले पुलिस के पास मदद के लिए गिड़गिड़ा रहे थे. लेकिन पुलिस वालों से कोई मदद नहीं की, बल्कि कहा कि 'आपके बेटे का अपहरण थोड़ी हुआ शादी ही तो हुई है'. यानी पुलिस की नजर में ये शादी सही थी.
विनोद का कहना है कि जब उसकी जबरन शादी कराई जा रही थी, उस वक्त उसने पुलिस में शिकायत की बात की, तो लड़की के घरवालों ने धमकी देते हुए कहा कि ये सबकुछ पुलिसवाले को पता है. इसलिए चुपचाप शादी कर लो. लड़के की मानें तो ये शादी से इनकार करने पर उसके साथ मारपीट की गई और हथियार के बल पर जबरन शादी कराई गई. उसे घर में बांधकर रखा गया था.
अब लड़के का कहना है कि जो लोग हथियार के बल पर मेरी शादी करा सकते हैं वे मेरी हत्या भी कर सकते हैं. वो लोग लगातार शादी को स्वीकार करने के लिए धमकी दे रहे हैं. लेकिन पुलिस मामले को टालने में लगी है. ये घटना तीन दिसंबर की है. उस दिन की घटना का जिक्र करते हुए विनोद ने कहा कि वो तो दोस्ती की शादी में गया था. वह जैसे ही एक घर में गया कुछ लोगों ने उसे पकड़ लिया और पिटाई शुरू कर दी, सभी पिस्टल और बंदूक से लैस थे. रस्सी से बांधकर रखा गया.
दूल्हा विनोद का कहना है कि पंडारक पुलिस पूरी तरह से लड़की वालों से मिली हुई है. उनसे इंसाफ की उम्मीद नहीं है. विनोद का कहना है, 'पंडारक पुलिस ने कहा कि वो लोग खतरनाक आदमी है तुब अब लड़की को लेकर अब अपने घर चले जाओ, शादी हो ही गई.' लेकिन विनोद का कहना है कि अगर उसकी जबरन भैंस से शादी करा दी जाती तो क्या वो उसे अपना लेते. क्योंकि शादी दोनों पक्षों की रजामंदी से होती है ना कि बंदूक की नोक पर.
हालांकि अब मामला तूल पकड़ने के बाद पुलिस ने FIR तो दर्ज कर लिया है. विनोद का कहना है कि आज के जमाने में जबरन शादी संभव नहीं है. इसलिए पुलिस आरोपियों कि खिलाफ कार्रवाई करे. और उसके परिवार को समुचित सुरक्षा मुहैया कराई जाए.