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बिहार टॉपर घोटाला: रूबी राय ने एग्जाम में लिखे थे 101 फिल्मों के नाम

बिहार के इंटर टॉपर्स घोटाले की जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. जांच में पता चला है कि आर्ट्स टॉपर रुबी राय की कॉपी उसने खुद नहीं बल्कि किसी एक्सपर्ट ने लिखी थी.

फर्जी टॉपर रूबी राय फर्जी टॉपर रूबी राय
सुजीत झा/राहुल सिंह
  • पटना,
  • 09 अक्टूबर 2016,
  • अपडेटेड 8:06 PM IST

बिहार के इंटर टॉपर्स घोटाले की जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. जांच में पता चला है कि आर्ट्स टॉपर रुबी राय की कॉपी उसने खुद नहीं बल्कि किसी एक्सपर्ट ने लिखी थी. फोरेंसिक जांच के बाद ये खुलासा हुआ है. फोरेंसिक जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि रुबी राय को परीक्षा में दिए गए अंकों के साथ भी छेड़छाड़ की गई थी.

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फोरेंसिक जांच के खुलासे के बाद बिहार का इंटर टॉपर्स घोटाला एक बार फिर सुर्खियों में है. जांच में बिहार इंटर टॉपर्स घोटाले में आर्ट्स की टॉपर रही रूबी राय की असली कॉपियां सामने आई हैं. रूबी ने एक कॉपी में 101 फिल्मों के नाम लिखे थे. इतना ही नहीं उसने हिंदी की कॉपी में 300 बार 'तुलसीदास जी' लिखा था.

जांच में खुलासा हुआ कि किसी एक्सपर्ट ने रूबी के लिए कॉपियां लिखी थी. पुलिस को मिली एफएसएल की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. एसआईटी चीफ और एसएसपी मनु महाराज ने जांच में हुए खुलासे पर अपनी मुहर लगाई हैं. बता दें कि इसी साल जून में घोटाले का खुलासा होने पर रूबी का रिजल्ट रद्द कर दिया गया था.

एसएसपी मनु महाराज ने कहा कि दूसरे फर्जी टॉपरों की कॉपियों की जांच रिपोर्ट भी जल्द एसआईटी को मिल जाएगी. उन्होंने बताया कि कई फर्जी टॉपरों की कॉपियों में वाटरमार्क्स तक नहीं हैं. उन्होंने बताया कि इस पूरे मामले में बोर्ड के अधिकारियों की मिली भगत से घोटाले के मास्टर माइंड बच्चा राय ने बच्चों की कॉपियां बदलवाईं थी.

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बच्चा राय के साथ-साथ बोर्ड के तत्कालीन अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद और उनकी पत्नी उषा सिन्हा भी इस फर्जीवाड़े में शामिल थे. बच्चा राय के कहने पर ही टॉपर बने छात्र परीक्षा केंद्र पर सादी कॉपी जमा करते थे. जिसके बाद बच्चा राय उन कॉपियों को स्ट्रांगरूम से निकलवा लेता था और उन कॉपियों के बदले एक्सपर्ट द्वारा लिखी गई कॉपियों को रख दिया जाता था.

बता दें कि छापेमारी में पुलिस ने बच्चा राय के कॉलेज से बोर्ड की कई कॉपियां भी बरामद की थी. 'आज तक' ने ही सबसे पहले इस इंटर टॉपर्स घोटाले का पर्दाफाश किया था. इस घोटाले के उजागर होने से बिहार बोर्ड से लेकर राज्य सरकार तक की इस मामले में काफी किरकिरी हुई थी. फिलहाल एसआईटी को दूसरे फर्जी टॉपरों की कॉपियों की जांच रिपोर्ट का इंतजार है, जिसके बाद इस पूरे मामले में कई और खुलासे होने की उम्मीद है.

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