
पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी को एक बड़ा झटका लगा है. वरिष्ठ पत्रकार और पूर्व राज्यसभा सदस्य चंदन मित्रा 21 जुलाई को तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं. उन्होंने कल ही बीजेपी ने अलग होने का ऐलान किया था.
दरअसल 21 जुलाई को कोलकाता में टीएमसी की सालाना मेगा रैली का आयोजन होने जा रहा है. टीएमसी के एक वरिष्ठ सांसद ने कहा कि 21 जुलाई को ही रैली के दौरान ममता बनर्जी की मौजूदगी में चंदन मित्रा उनकी पार्टी सदस्यता लेंगे. टीएमसी की ओर से 21 जुलाई को हर साल विक्टोरिया हाउस के बाहर हुई फायरिंग को लेकर शहीद दिवस का आयोजन किया जाता है.
TMC सांसद की मानें तो चंदन मित्रा को पार्टी से जोड़ना एक तरह से बीजेपी को उसी की भाषा में जवाब देना होगा. बता दें, पिछले दिनों टीएमसी नेता मुकुल राय को बीजेपी अपने खेमे में लाने में सफल रही थी. मुकुल राय का बीजेपी से जुड़ना टीएमसी के लिए बड़ा झटका था. अब टीएमसी चंदन मित्रा के जरिये बदला चुकाने की बात कर रही है.
गौरतलब है कि चंदन मित्रा की राज्यसभा सदस्यता 2016 में समाप्त हुई, और उन्होंने मंगलवार को ही बीजेपी की सदस्यता से भी त्यागपत्र दे दिया. मित्रा को लालकृष्ण आडवाणी का करीबी माना जाता है. पिछले दिनों यूपी के कैराना लोकसभा के उपचुनाव में बीजेपी की हार के बाद चंदन मित्रा का बयान आया था, और उन्होंने पार्टी की रणनीति पर सवाल उठाया था.
लंबे समय से थे हाशिए पर
पत्रकार चंदन मित्रा लंबे समय से बीजेपी में हाशिए पर थे. मित्रा ने पत्रकार के रूप में स्टेटसमैन हाउस से अपना करियर शुरू किया था. उन्होंने 2016 में पश्चिम बंगाल की हुगली विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव भी लड़ा था. हालांकि चुनाव में उनकी जमानत तक जब्त हो गई थी.