
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद पूरे राज्य में बूचड़खानों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई शुरू हो गई है. मेरठ में प्रशासन की छह टीमों ने पुलिस के साथ मिलकर बुधवार को एक साथ छह बूचड़खानों पर छापेमारी की गई.
बूचड़खानों पर प्रशासन की छापेमारी
मेरठ में बीएसपी के प्रभावशाली नेता शाहिद अखलाक और उनके भाई राशिद अखलाक के मीट प्रोसेसिंग यूनिट पर भी छापेमारी कर उसे सील कर दिया गया. मेरठ के एसडीएम अरविंद सिंह ने बताया कि प्रशासन ने कई जगहों पर इस तरह के बूचड़खानों पर छापेमारी की है और जहां भी नियमों का उल्लंघन पाया गया, उसे सील कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
जरूरी कागजातों की सख्ती से जांच
वहीं राशिद अखलाक ने राज्य सरकार पर विद्वेष की भावना से कार्रवाई का आरोप लगाया. मेरठ जिले में प्रशासन की छह टीमें डीएम, एसडीएम और एडीएम के साथ एसपी और मेरठ विकास प्राधिकरण, प्रदूषण विभाग के साथ दूसरे कई विभाग के अधिकारी छापेमारी के दौरान मौजूद थे. सभी स्लॉटर हाउस में जानवरों के मीट से लेकर बूचड़खाने के लाइसेंस और सभी जरूरी कागजात की सख्ती से जांच की गई.
किसी भी तरह की कमी मिलते ही प्रशासन ने स्लॉटर हाउस को सील करने का आदेश दे दिया. मेरठ समेत आसपास के जिलों में गैर कानूनी बूचड़खानों के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई की जा रही है.