
वीरेंद्र सहवाग ने अपने बर्थडे पर क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर अपने तमाम प्रसंशकों को निराश कर दिया. इससे पहले सोमवार की शाम को भी सहवाग के रिटायर होने की खबरें आई थीं, लेकिन सहवाग ने अपने रिटायरमेंट की खबरों का खंडन करते हुए कहा था कि वे घर वापसी के बाद कोई फैसला लेंगे.
ट्विटर पर किया संन्यास का ऐलान
मंगलवार की दोपहर को सहवाग ने ट्विटर के माध्यम से अपने संन्यास का ऐलान करते हुए एक बयान ट्वीट किया.‘मैंने हमेशा वही किया जो मुझे सही लगा, वह नहीं जो परंपरावादियों को सही लगा. ईश्वर की हमेशा कृपा रही और मैने वही किया जो मैं करना चाहता था. मैदान पर भी और अपने जीवन में भी. कुछ समय पहले ही मैने तय किया था कि अपने 37वें जन्मदिन पर क्रिकेट को अलविदा कहूंगा. मैं यह दिन परिवार के साथ बिता रहा हूं और इंटरनेशनल क्रिकेट के सभी फॉरमेट्स और इंडियन प्रीमियर लीग को अलविदा कह रहा हूं. क्रिकेट मेरा जीवन रहा है और आगे भी रहेगा. भारत के लिये खेलने का सफर यादगार रहा और मैने इसे अपने साथी खिलाड़ियों और भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के लिये यादगार बनाने की कोशिश की. मेरा मानना है कि मैं ऐसा करने में सफल रहा हूं.'
साथी खिलाड़ियों और कप्तानों को कहा शुक्रिया
सहवाग ने कहा, 'मैं अपने साथी खिलाड़ियों को धन्यवाद देना चाहता हूं जिनमें से कुछ महानतम खिलाड़ियों में रहे. मैं अपने सभी कप्तानों का शुक्रगुजार हूं जिन्होंने मुझ पर भरोसा किया और मेरा साथ दिया. मैं भारतीय क्रिकेटप्रेमियों को भी धन्यवाद दूंगा. मैंने हमेशा महान खिलाड़ियों के खिलाफ खेला और यह सम्मान की बात रही. मैने अपनी ख्वाहिशें पूरी की और दुनिया के बेहतरीन मैदानों पर खेला. मैं मैदानकर्मियों, क्लबों, संघों और हर किसी को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने मैदान तैयार किए.’
सहवाग ने अपने पिता को याद किया
सहवाग ने अपने पिता को याद करते हुए कहा, ‘मुझे आज अपने पिता की कमी खल रही है. वह मेरे सफर की शुरुआत में मेरे साथ थे. काश, वह आज होते लेकिन मुझे पता है कि मैने उन्हें गौरवान्वित किया. वह आज भी जहां है, वह मुझे फख्र से देख रहे हैं. मैं अपने कोच ए एन शर्मा सर को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने मुझे ऐसा खिलाड़ी बनाया. मैं किसी और कोच के साथ स्कूल के लिये भी इतना अच्छा नहीं खेल पाता. मेरी मां, मेरी पत्नी आरती और बच्चे आर्यवीर और वेदांत मेरी सबसे बड़ी ताकत रहे. मेरे जीवन में उनकी मौजूदगी मुझे निर्भीक बनाती है और आत्मविश्वास देती है.’
टीम इंडिया और BCCI को दिया धन्यवाद
सहवाग ने इतने सालों तक सहयोग करने के लिये BCCI को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा, ‘मैं DDCA को धन्यवाद देना चाहता हूं. खासकर अरूण जेटली को जिन्होंने हमेशा मेरा साथ दिया. उन्होंने हमेशा हमारा फीडबैक मांगा और खिलाड़ी जो चाहते थे, वह किया.’ सहवाग ने हरियाणा क्रिकेट एसोसिएशन को भी धन्यवाद दिया जिन्होंने दिल्ली टीम छोड़ने पर उन्हें अपनी टीम का कप्तान बनाया. उन्होंने आईपीएल की अपनी दोनों टीमों, दिल्ली डेयरडेविल्स और किंग्स इलेवन पंजाब को भी धन्यवाद दिया.
अब अपने स्कूल में समय बिताएंगे सहवाग
सहवाग ने रिटायरमेंट के बाद के अपने प्लान के बारे में बताया, ‘मैं इतने साल में क्रिकेट से जुड़ी सलाह देने वालों को धन्यवाद देना चाहता हूं और माफी मांगता हूं कि उनमें से अधिकांश पर मैने अमल नहीं किया. मैंने अपने तरीके से खेला. मैं झज्जर स्थित सहवाग इंटरनेशनल स्कूल में सभी को बताना चाहता हूं कि अब मैं वहां अधिक आया जाया करूंगा.’
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