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दरक रहे पहाड़, ऋषिकेश में गंगा खतरे के निशान के ऊपर, उत्तराखंड में रेड अलर्ट

Ganga Crossed Danger Level, Red Alert In Uttarakhand: पहाड़ों पर हो रही मूसलाधार निचले इलाकों में कैसा कहर ढा रही है. ऋषिकेश में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर है और पानी परमार्थ निकेतन पर लगी शिव की मूर्ति को छूने लगा है. जिस घाट पर रोजाना आरती होती थी, वहां सीढियों और जमीन का कहीं नामोनिशान नजर नहीं आ रहा.

Ganga Crossed Danger Level, Red Alert, किश्तवाड़ में पानी की धार से पलटी गाड़ी Ganga Crossed Danger Level, Red Alert, किश्तवाड़ में पानी की धार से पलटी गाड़ी
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 12 अगस्त 2020,
  • अपडेटेड 11:06 AM IST

उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश के बाद पहाड़ दरक रहे हैं. मलबा घरों और सड़कों पर गिर रहा है. ऋषिकेश में गंगा खतरे के निशान को पार कर गई है. मौसम विभाग ने यहां 17 अगस्त तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. विभाग की तरफ से दो दिन का रेड अलर्ट जारी कर दिया है. पहाड़ों में हर जगह भारी बारिश और भूस्खलन से तबाही जैसा मंजर है, तो यहां के मैदानी इलाकों में नदी नाले उफान पर हैं, जिनका पानी लोगों के घरों में घुस रहा है, सड़कें पानी में डूब रही हैं.

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लोगों को बाहर न निकलने की सलाह

मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले दिनों में खासकर कुमाऊं रीजन और गढ़वाल के ऊंचे स्थानों में भारी से भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है. भारी बारिश के चलते पहाड़ों में भूस्खलन की घटनाओं में काफी बढोत्तरी होगी साथ ही नदी नालों में पानी बढ़ेगा जिससे मैदानी इलाकों में जल भराव भी होगा. मौसम विभाग ने लोगों को अनावश्यक रूप से कहीं भी यात्रा करने से परहेज करने की सलाह दी है. साथ ही प्रशासन को भी अलर्ट पर रहने को कहा है.

किश्तवाड़ में पानी के वेग से पलटी गाड़ी

मंगलवार को मसूरी में मूसलाधार बारिश के बाद दरकते पहाड़ को देखकर लोगों में अफरा तफरी मच गई. लोग गाड़ियां छोड़कर भागने लगे. यहां पर ऊंचे ऊंचे पहाड़ों से पत्थर बरस रहे हैं और सड़कों का बुरा हाल हो गया है. इधर, जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में बारिश का कहर देखने को मिला. यहां दो गाड़िंयां पानी के बहाव में फंस गईं. पानी का वेग इतना तेज था कि एक गाड़ी तेज धार के कारण पटल गई.

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रुद्रप्रयाग में बादल फटने से तबाही

रुद्रप्रयाग में बादल फटने से भारी तबाही मची है. तूफानी बारिश के चलते पहाड़ों का मलबा और पानी रिहायशी इलाकों तक घुस आया है. कालीमठ इलाके में ज्यादा नुकसान हुआ है. कालीमठ-गुप्तकाशी सड़क भी तबाह हो चुकी है. इससे कई गावों का रास्ता कट गया है. लोगों को आने जाने में भारी मुसीबत झेलनी पड़ रही है.

गंगा का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर

पहाड़ों पर हो रही मूसलाधार निचले इलाकों में कैसा कहर ढा रही है. ऋषिकेश में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर है और पानी परमार्थ निकेतन पर लगी शिव की मूर्ति को छूने लगा है. जिस घाट पर रोजाना आरती होती थी, वहां सीढियों और जमीन का कहीं नामोनिशान नजर नहीं आ रहा.

कोसी नदी भी उफान पर

गंगा ही नहीं, उत्तराखंड के रामनगर में कोसी नदी भी उफान पर है. मंगलवार को नदी की तेज धार 22 साल के एक युवक को बहाकर ले गई. तभी पुल पर खड़े 32 साल के युवक की उस पर नजर पड़ गई. बहादुरी की मिसाल पेश करते हुए सन्नी नाम के युवक ने नदी में छलांग लगा दी और धार में बहते युवक को बचा लिया. रामनगर के विधायक ने सन्नी के हौसले को सलाम करते हुए उसे सम्मानित करने का फैसला किया है.

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कर्णप्रयाग-बद्रीनाथ हाईवे बंद

चमोली में बारीश के चलते कर्णप्रयाग-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 32 ग्रामीण मोटर मार्ग बाधित हुए हैं. इसके अलावा सार्वजनिक एवं व्यक्तिगत परिसंपत्तियों को भी नुकसान पहुंचा है. जिला प्रशासन की टीम विद्युत, पेयजल, यातायात सहित जरूरी सेवाओं को सुचारू करने में जुटी है.

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