
दिल्ली से सटे गुरुग्राम में रविवार को एक मुस्लिम युवक की पिटाई पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नवनिर्वाचित सांसद गौतम गंभीर भड़क गए. उन्होंने आरोपियों के खिलाफ जरूरी कदम उठाने का आग्रह किया और लोगों को परस्पर भाईचारे की भी याद दिलाई. गुरुग्राम में शनिवार को एक मुस्लिम युवक को मस्जिद से लौटते वक्त कुछ लोगों ने पिटाई कर दी. पीड़ित शख्स के मुताबिक आरोपियों ने उससे पारंपरिक टोपी उतारने को कहा. इसके बाद जय श्रीराम का नारा लगाने को लेकर उन लोगों ने युवक की पिटाई कर दी.
इस वाकये पर भड़के पूर्व क्रिकेटर और अब पूर्वी दिल्ली से बीजेपी के सांसद गौतम गंभीर ने ट्वीट में लिखा, 'गुरुग्राम में मुस्लिम युवक को टोपी उतारने और जय श्रीराम बोलने के लिए कहा गया. ये काफी खेदजनक बात है. गुरुग्राम पुलिस को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. हमलोग सेकुलर देश हैं जहां जावेद अख्तर 'ओ पालन हारे निर्गुण और न्यारे' और राकेश मेहरा दिल्ली-6 में 'अर्जियां' जैसे गाने लिखते हैं.'
गौतम गंभीर हाल में बीते लोकसभा चुनाव में बीजेपी के टिकट पर पूर्वी दिल्ली संसदीय सीट से जीत कर संसद पहुंचे हैं. उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार अरविंदर लवली को 3 लाख से अधिक वोटों से हराया. तीसरे नंबर पर आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार आतिशी रहीं. गौतम गंभीर शुरू से सेकुलर छवि के हिमायती रहे हैं और उन्होंने अपने चुनाव प्रचार में भी विकास पर फोकस किया और इसी मुद्दे पर आगे बढ़ने की बात की.
गौरतलब है कि मोहम्मद बरकत आलम (25) ने गुरुग्राम पुलिस में दाखिल एक शिकायत में आरोप लगाया है कि चार लड़े सदर बाजार लेन में उससे मिले और उन्होंने उससे टोपी हटाने के लिए कहा. आलम बिहार का रहने वाला है और गुरुग्राम के जैकबपुरा इलाके में रहता है. आलम ने शिकायत में कहा है, "आरोपियों ने मुझे धमकी दी और कहा कि इलाके में टोपी पहनने की अनुमति नहीं है. उन्होंने टोपी उतार ली और मुझे थप्पड़ मारा.
पीड़ित ने कहा, ''उन्होंने भारत माता की जय का नारा लगाने के लिए कहा. उनके कहने पर मैंने नारा लगाया. उसके बाद उन्होंने मुझे जय श्रीराम बोलने के लिए भी मजबूर किया, जिसे मैंने इनकार कर दिया. उसके बाद आरोपियों ने एक लाठी लेकर बुरी तरह से मेरे पैर और पीठ पर पीटा."
आलम सदर बाजार इलाके में एक मस्जिद में नमाज पढ़ कर आ रहा था और उसने मदद के लिए गुहार लगाई और कई सारे मुसलमान वहां उसकी मदद के लिए पहुंच गए. हमलावरों ने जब उन्हें आते देखा तो वे वहां से फरार हो गए.