
मध्यप्रदेश के मन्दसौर जिले के 128 मदारसों में गायत्री मंत्र और सोलह संस्कार की भी शिक्षा दी जा रही है. दिलचस्प बात तो ये है मदरसा बोर्ड से संचालित इन मदरसो में हिन्दू छात्र भी पढ़ते है और वो भी धर्म की बातें सीखते हैं. ये मदरसे हिन्दू मुस्लिम एकता की मिसाल पेश कर रहे हैं.
हालांकि ये सभी मदरसे निदा महिला मंडल संचालित करता है. मंडल के संचालक का कहना है वो मदरसों को मस्जिदों से बाहर लाना चाहते है और उसी की ये शुरुआत है.
मन्दसौर जिले में इस तरह के एक दो नहीं 128 मदरसे हैं जिनके नाम अंग्रेजी स्कूल की तरह है.इन मदरसों में ड्रेस कोड है, जैसे ही मदरसों में छात्र- छात्राएं पहुंचते हैं वहां प्रार्थना भी हिंदी और उर्दू के गीत से होती है.
इन मदरसों में मुस्लिम छात्रों को टोपी और मुस्लिम लड़कियों को स्कार्फ पहनने की आजादी है. जिले के इन मदरसों में करीब पांच हजार पांच सौ बच्चे पढ़ते हैं जिसमें हिन्दू बच्चों की तादात भी काफी है .
निदा महिला मंडल ने सबसे पहले मदरसे की शुरुवात सन 1997 से की थी जिसमे इन मदरसों का नाम स्कूलों की तर्ज पर दिया गया. धीरे धीरे पूरे जिले में 128 मदरसे इसी तरह संचालित किये गए. हालांकि पूरे जिले में 220 मदरसे है. निदा महिला मंडल के संचालक का कहना है कि उनके इस काम का विरोध भी होता है लेकिन वो मदरसों को मस्जिदो से बाहर निकालना चाहते है और छात्रों को हिन्दू धर्म को भी बताना चाहते है.