
गोवा विधानसभा में मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने बहुमत साबित कर दिया. इस दौरान राज्य की 40 सदस्यीय विधानसभा में पर्रिकर सरकार को 22 विधायकों ने समर्थन दिया. वहीं कांग्रेस को एक बार फिर उस वक्त फजीहत झेलती पड़ी जब उसके 17 विधायकों में से एक विश्वजीत राणे सदन में शक्ति परीक्षण से पहले ही उठ कर चले गए.
वालपोई सीट से विधायक राणे राज्य में सरकार गठन के लिए जरूरी संख्या बल ना जुटा पाने के कारण कांग्रेस नेतृत्व से नाराज बताए जाते हैं और उनके बीजेपी में शामिल होने की अटकलें हैं. आजतक से बातचीत में विश्वजीत ने कहा, 'कांग्रेस ने जिस तरह सरकार गठन के लिए कोई कोशिश नहीं की, उसी से नाराजगी के कारण मैं मसदन से उठ कर चला आया. गोवा के लोग अब कभी कांग्रेस का समर्थन नहीं करेंगे.'
वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रताप सिंह राणे के बेटे विश्वजीत ने इससे पहले भी आजतक से बातचीत में अपनी ये नाराजगी जाहिर की थी. आजतक से बातचीत में उन्होंने कहा था, 'गोवा में उभरे हालात को लेकर कांग्रेस के रवैये से मैं बेहद मायूस हूं.' विश्वजीत ने कहा था, 'जब हमारे पास 17 विधायक थे, तो हमें आसानी से सरकार बना लेनी चाहिए थी. गडकरी बीजेपी सरकार गठन के लिए जो फैसले ले सकते थे, वह हमरे वरिष्ठ नेता क्यों नहीं कर सकते थे.'
विश्वजीत ने इसके साथ ही कहा था कि वह कोई ऐसा कदम उठाएंगे जो गोवा कांग्रेस को नुकसान पहुंचाएगी और सदन से उठकर शायद उन्होंने इसका अंदाजा जरूर दे दिया है.