
अगर आप सोने के गहने खरीदने की सोच रहे हैं, तो थोड़ा इंतजार करना बेहतर हो सकता है. दरअसल इस साल की पहली तिमाही में सोने की मांग 10 साल में सबसे कमजोर रही है.
देश में सोने की मांग 12 फीसदी गिरकर 87.7 टन रही. जब कि 2017 की पहली तिमाही में सोने की डिमांड 99.2 टन थी. मांग घटने के लिए सोने की बढ़ती कीमतें, रुपये के कमजोर होने और जीएसटी की वजह से हो रहे बदलाव को वजह बताया जा रहा है.
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) ने 'गोल्ड डिमांड ट्रेंड्स' नाम से रिपोर्ट जारी की है. इसमें बताया गया है कि साल 2018 की पहली तिमाही में सोने की मांग कम हुई है.
रिपोर्ट में बताया गया है कि वैश्विक स्तर पर सोने की मांग में 7 फीसदी की कमी आई है. रॉयटर्स के मुताबिक 2008 के बाद किसी तिमाही में सोने की मांग में सबसे ज्यादा कमजोरी देखने को मिली है.
इस साल जनवरी से मार्च के बीच वैश्विक स्तर पर इसकी डिमांड 973 टन रही. डब्लूजीसी के मुताबिक निवेश की मांग में कमी आने से यह गिरावट आई है. रिपोर्ट के मुताबिक गोल्ड बार और गोल्ड ईटीएफ में निवेश कम होने की वजह से मांग गिरी है.
रिपोर्ट के मुताबिक इस तिमाही में निवेश की मांग में 27 फीसदी की गिरावट देखी गई और इसके साथ यह 287 टन पर रही. जबकि पिछले साल इसी दौरान यह 394 टन पर थी. निवेश मांग में आई कमी के लिए चीन, जर्मनी और यूएस सबसे अगुवा रहे.