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भारत में गूगल स्ट्रीट व्यू प्रोजेक्ट को गृह मंत्रालय ने किया खारिज

गृह मंत्रालय के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ गूगल की स्ट्रीट व्यू योजना को लेकर सुरक्षा एजेंसियां चिंतित थीं. तर्क ये दिया गया कि इस योजना के तहत गलियों की तस्वीरें खींचकर इंटरनेट पर उपलब्ध कराना देश के लिए खतरनाक साबित हो सकता है.

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जितेंद्र बहादुर सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 27 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 5:06 PM IST

भारत के बड़े बड़े शहरों, महत्त्वपूर्ण पर्यटन स्थलों, पहाड़ों और नदियों पर नजर रखने की गूगल की स्ट्रीट व्यू योजना अब पूरी नहीं होगी. सुरक्षा के लिहाज से भारत सरकार ने इसे नकार दिया है. योजना को खारिज करने की सूचना गृह मंत्रालय की ओर से गूगल को दे दी गई है. ये जानकारी गृह मंत्रालय ने आज अपने लिखित जवाब में लोकसभा में दी है.

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गृह मंत्रालय के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ गूगल की स्ट्रीट व्यू योजना को लेकर सुरक्षा एजेंसियां चिंतित थीं. तर्क ये दिया गया कि इस योजना के तहत गलियों की तस्वीरें खींचकर इंटरनेट पर उपलब्ध कराना देश के लिए खतरनाक साबित हो सकता है.

एजेंसियों ने मीटिंग में ये भी जानकारी दी कि, मुंबई आतंकी हमले में इसी तरीके का इस्तेमाल हुआ था . पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी नागरिक हेडली ने आतंकियों को हमले के सटीक इलाकों की तस्वीरें मुहैया कराई थीं. गृह मंत्रालय सूत्रों का कहना है कि गूगल स्ट्रीट व्यू योजना खारिज करने का फैसला सुरक्षा एजेंसियों और ख़ुफ़िया एजेंसियों की ओर से व्यापक विश्लेषण के बाद लिया गया है.

आपको बता दें कि गूगल अपने स्ट्रीट व्यू विकल्प के जरिये देश के अधिकतर हिस्सों को जद में लेना चाहता है. इसमें 3D तस्वीरों के माध्यम से पूरे 360 डिग्री पर गलियों के कोने-कोने को देखा जा सकता है. इसकी तस्वीरें कार, ट्रेकर, ट्राइसाइकिल, नाव और ऊंट आदि पर बैठकर ली जाती हैं. इन तस्वीरों को एक के बाद एक जोड़कर उस जगह का पैनोरमा शॉट तैयार किया जाता है. वर्तमान में गूगल स्ट्रीट व्यू का प्रयोग अमेरिका, कनाडा और कई यूरोपीय देशों में हो रहा है.

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