
दिल्ली के परिवहन मंत्री गोपाल राय ने शनिवार को कहा कि शहर में ऑड इवन योजना का दूसरा चरण भी सफल रहा. उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोग इसका पालन करने को लेकर तैयार थे. मंत्री ने कहा कि जिन 14 राष्ट्रों ने इस योजना को लागू किया था, उन्होंने इसे फिर लागू नहीं किया, लेकिन दिल्ली के लोगों ने इसे फिर से लागू करने की इच्छा जताई.
अरविंद केजरीवाल ने कहा- शुक्रिया दिल्ली
इसके पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर दिल्ली के लोगों को फिर से इस योजना को सफल बनाने के लिए शुक्रिया कहा. उन्होंने ट्वीट किया कि आज ऑड इवन योजना के दूसरे चरण का आखिरी दिन है. दिल्ली को इसे दोबारा सफल बनाने के लिए शुक्रिया.
दिल्ली सरकार 4 मई को करेगी धन्यवाद कार्यक्रम
वहीं गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली के लोगों ने इस दौरान एक-दूसरे का सहयोग किया और अपने काम की जगह तक पहुंचने और बच्चों को स्कूल छोड़ने या उन्हें स्कूल से लाने के लिए 'कार-पूलिंग' की. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार 4 मई को छत्रसाल स्टेडियम में ऑड इवन योजना को सफल करने के लिए धन्यवाद कार्यक्रम आयोजित करेगी.
अमेरिका में बढ़ी ऑड इवन योजना में दिलचस्पी
उन्होंने कहा कि अमेरिका में भी ऑड इवन योजना को लेकर उत्साह बढ़ा है. दिल्ली वालों के लिए ऑड इवन पार्ट 2 का पेपर कठिन था. आज आखिरी दिन भी दिल्ली में ऑड इवन योजना का पालन किया गया. यह बड़ी बात है, दिल्लीवालों का शुक्रिया.
योजना पर अमल से जुड़े सबको सरकारी धन्यवाद
उन्होंने कहा कि इस भीषण गर्मी में कर्मचारियों की ड्यूटी लगी. अधिकारियों ने बेहतर तालमेल किया. ट्रैफिक पुलिस ने अच्छा काम किया. ट्रांसपोर्ट विभाग ने और पूर्व सैनिकों के सामूहिक प्रयास से यह योजना दोबारा सफल हो सकी. उन्होंने बताया कि हमारे पास आए आंकड़ों के अनुसार कुल 8988 चालान हुए हैं. इनमें ट्रैफिक पुलिस ने 3876 और परिवहन विभाग के अधिकारियों ने 5112 चालान काटे.
99 फीसदी से ज्यादा रहा कामयाबी का आंकड़ा
गोपाल राय ने बताया कि इस बार ऑड इवन योजना की सफलता का दर 99 फीसदी से ज्यादा रहा है. पहले चरण में 10 हजार 58 चालान काटे गए थे. उन्होंने बताया कि ऑड इवन में पहली जनवरी से 28 अप्रैल तक 1 लाख 86 हजार 130 वाहन रजिस्टर हुए. वहीं जनवरी से पहले 2 लाख 37 हजार 228 लोगों ने अपना वाहन रजिस्टर कराया था.