
आखिरकार सरकार ने सेना के लिए स्तरीय बुलेटप्रूफ जैकेटों के खरीद की पहल की है.
सरकार ने मेक इन इंडिया ते तहत सेना के लिए विश्व स्तरीय गुणवत्ता वाले बुलेट प्रूफ जैकेटों की खरीद के लिए एक समझौते पर दस्तख़त किए हैं. रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि सेना के लिए करीब 1.86 लाख बुलेटप्रूफ जैकेटों की खरीद के लिए एक बड़े अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए हैं. रक्षा मंत्रालय का दावा है कि भारतीय सेना के लिए कारगर बुलेट प्रूफ जैकेटों की जरूरत को भारतीय युद्ध क्षेत्र की परिस्थितियों में कामयाबी से जरूरी परीक्षणों से गुजारा गया है.
मंत्रालय के मुताबिक, ये बुलेट प्रूफ जैकेटें अत्याधुनिक हैं, जिनमें रक्षा का अतिरिक्त स्तर और कवरेज क्षेत्र है.
इन जैकेटों का वजन कम रखा गया है ताकि फौजियों पर गैर-जरूरी बोझ न बढ़े. मंत्रालय का दावा है कि श्रम-दक्षता की दृष्टि से डिजाइन की गई बुलेट प्रूफ जैकेटों में मॉड्यूलर कलपुर्जे हैं, जो लम्बी दूरी की गश्त से लेकर अधिक जोखिम वाली जगहों में काम कर रहे सैनिकों को सुरक्षा के साथ ही लचीलापन प्रदान करते हैं. नई जैकेटें सैनिकों को युद्ध में पूरी सुरक्षा प्रदान करेंगी.
भारतीय सेना के लिए बुलेट प्रूफ जैकेटों को लेकर काफी चिंताएं जाहिर की जा रही थीं. सीमाओं और गड़बड़ी वाले क्षेत्रों में उच्च सुरक्षा वाली स्थितियों का हवाला दिया गया था. मंत्रालय के मुताबिक, "इस जैकेट से सैनिकों का आत्म-विश्वास बढ़ेगा."
रक्षा मंत्रालय का कहना है कि प्राथमिकता भारतीय उत्पाद खरीदने की थी. और यह नई जैकेट उन भारतीय निर्माताओं से खरीदी जा रही है, जो इसके परीक्षण में सफल हो गए थे. इसने सरकार की मेक-इन-इंडिया पहल को गति और विश्वास प्रदान किया है कि भारतीय उद्योग सेना के रक्षात्मक उपकरणों की जरूरतों को पूरा करने में सक्षम हैं.