
पूर्व सैनिकों की ‘वन रैंक वन पेंशन’ की मांग तेज होने के बीच रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने शुक्रवार को कहा कि इसे लागू करने में ‘तकनीकी कठिनाइयां’ हैं लेकिन उन्होंने जोर दिया कि सरकार इस संबंध में दिए गए अपने आश्वासन को पूरा करेगी. पर्रिकर ने जोर दिया कि राजग सरकार ‘वन रैंक वन पेंशन’ (ओआरओपी) को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह पूर्व सैनिकों की लंबे समय से लंबित मांग को पूरा करने के लिए काम कर रही है.
कुछ तकनीकी दिक्कतें
पर्रिकर ने कहा, ‘हमने इस संबंध में जो आश्वासन दिया है, उसे हम पूरा करेंगे... जब हमने ऐसा कहा है तो सरकार को अपने कार्यकाल के दौरान इसे करना है और हम इसे काफी जल्दी लागू करेंगे. हम अपने आश्वासन से बंधे हुए हैं. हम अपने आश्वासन का पालन करेंगे.’ पर्रिकर ने हालांकि कहा, ‘ओआरओपी को लागू करने में तकनीकी कठिनाइयां हैं.’’ पूर्व सैनिकों का एक समूह ओआरओपी लागू करने के लिए करीब दो महीनों से जंतर-मंतर पर धरना दे रहा है.
प्रदर्शनकारियों को हटाने का भी हुआ प्रयास
इसके पहले शुक्रवार को ही दिन में, दिल्ली पुलिस ने स्वतंत्रता दिवस समारोहों के पहले सुरक्षा आधार पर उन्हें हटाने का प्रयास किया. हालांकि बाद में पुलिस आयुक्त बी एस बस्सी ने कहा कि उन्हें अपना धरना जारी रखने की अनुमति दे दी गयी है.
अन्ना करेंगे प्रदर्शन
नरेंद्र मोदी सरकार कहती रही है कि वह ओआरओपी के लिए प्रतिबद्ध है. भाजपा ने लोकसभा चुनाव के दौरान इसका वादा किया था. अभी पूर्व सैनिकों की पेंशन उनके अवकाशग्रहण करने के समय वेतन आयोग की सिफारिशों पर आधारित है. सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने एक रैंक एक पेंशन की मांग के पूरा नहीं होने की स्थिति में देशव्यापी प्रदर्शन की घोषणा की है.