
जम्मू-कश्मीर सरकार ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के 15 सदस्यों के एक प्रतिनिधिमंडल को पार्टी अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला से मिलने की अनुमति दे दी है. बता दें कि फारूक और उमर वर्तमान में नजरबंद हैं.
नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रवक्ता ने कहा, 'पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र सिंह राणा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल और पूर्व पार्टी विधायक 6 अक्टूबर को सुबह जम्मू से इंडिगो की उड़ान से श्रीनगर के लिए रवाना होंगे.'
370 खत्म किए जाने के समय से हिरासत में हैं ये नेता
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म किए जाने के समय से ही इन दोनों नेताओं को हिरासत में रखा गया है. इन दोनों नेताओं के साथ ही जम्मू-कश्मीर के ज्यादातर प्रमुख नेताओं को हटाए जाने के एक दिन पहले ही हिरासत में ले लिया गया था. अलगाववादी नेताओं को भी उनके घरों में नजरबंद कर दिया गया है. फारूक अब्दुल्ला को उनके घर में नजरबंद किया गया है. इस दौरान उन्हें लोगों से मिलने की इजाजत नहीं है. वहीं, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को भी लोगों से मिलने की इजाजत नहीं है.
ज्यादातर जगह से हटाई गईं पाबंदियां
जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद अब हालात सामान्य होने लगे हैं. 5 अगस्त के बाद से ही राज्य में कर्फ्यू की स्थिति थी, लेकिन अब ज्यादातर जगह से पाबंदियां पूरी तरह हटा ली गई हैं. वहीं, गांधी जयंती के मौके पर जम्मू में हिरासत में चल रहे कई नेताओं को छोड़ दिया गया. कुछ नेता हिरासत में थे, कुछ नजरबंद थे. इसके बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेताओं ने बैठक की, इसमें आने वाले ब्लॉक डेवलेपमेंट काउंसिल के चुनाव पर चर्चा की.
प्रशासन की तरफ से नेशनल कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस और जम्मू-कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी जैसे राजनीतिक दलों के नेताओं को जम्मू में मुक्त कर दिया गया था. इनमें NC के देवेंद्र राणा व एसएस सलाथिया, कांग्रेस के रमन भल्ला और पैंथर्स पार्टी के नेता हर्षदेव सिंह की नजरबंदी समाप्त कर दी गई.