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पहलाज निहलानी सेंसर बोर्ड में अपने कार्यकाल के दौरान अवांछित कट्स लगाए जाने के लिए चर्चित रहे हैं. अब वह अपनी फिल्म रंगीला राजा में लगाए गए 20 कट्स के खिलाफ लड़ रहे हैं. गोविंदा स्टारर फिल्म रंगीला राजा में लगाए गए कट्स के बारे में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन कट्स के बारे में बताया. जिन जगहों पर कट्स लगाए गए हैं इनमें कुछ गालियां और राम जैसे शब्द शामिल हैं.
सेंसर बोर्ड के फैसले के खिलाफ हाई कोर्ट पहुंचे निहलानी ने कहा कि अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने दफ्तर में असमानताओं और अवैध चीजों को हटाने के लिए काम किया है और इसीलिए उन्हें ऐसा लगता है कि उन्हें उनके दुश्मनों और बाकी स्टाफ की तरफ से टारगेट किया जा रहा है.
फिल्म के लीड एक्टर गोविंदा ने कहा कि उनकी फिल्मों को पिछले 9 सालों से टारगेट किया जा रहा है. उन्होंने कहा, "मेरी फिल्में सिनेमाघरों तक नहीं पहुंच पाती थीं. मेरी फिल्मों को पिछले 9 सालों से निशाना बनाया जा रहा है. मैं इस सब राजनीति से बाहर हूं. कुछ लोग हैं जो मुझे अभिनय करने के लिए जगह नहीं दे रहे हैं. मुझे समझ नहीं आता कि मैंने क्या गलती की है. मैं काम करना जारी रखूंगा."
पहलाज ने कहा, "कृपया मुझे काम करने के लिए जगह प्रदान करें." निहलानी ने कहा, "मेरे कार्यकाल के दौरान राज्यवर्धन सिंह राठौर मुंबई आते थे और मुझ पर दबाव बनाया करते थे. सरकार गूंगी और बहरी है. एक ही शख्स कई मंत्रालयों को संभाल रहा है."