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राज्यसभा के बाद मंगलवार को लोकसभा की कार्यवाही भी भारी हंगामे के कारण बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गई है. दोपहर बाद सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होते ही विपक्षी दलों के सांसदों ने जमकर हंगामा शुरू कर दिया. हद तो तब हो गई, जब सांसद वेल में जाकर हंगामा करने लगे और डिप्टी स्पीकर की ओर कागज के गोले फेंके गए. सांसदों के आचरण नाराज स्पीकर सुमित्रा महाजन ने इस ओर दुख प्रकट किया है.
लोकसभा स्पीकर ने कहा कि सांसदों का आचरण उचित नहीं है और यह दुखी करने वाला है. इससे पहले राज्यसभा में भारी हंगामे के बीच ही सरकार ने जीएसटी बिल पेश कर दिया. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने यह बिल पेश किया. हालांकि इसके तुरंत बाद ही सदन की कार्यवाही बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि अपने एजेंडे पर सरकार का रुख साफ है. उन्होंने कहा, 'हम सारे विकल्प तलाशेंगे. जीएसटी को देश में लागू किया जाएगा. मैं कांग्रेस से अनुरोध करता हूं कि बिल में व्यवधान न डालें. हम जीएसटी बिल पास करने के लिए हर संभव विकल्प तलाशेंगे.'
कुछ लोग विकास को रोकना चाहते हैं: PM
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में गतिरोध के लिए कांग्रेस को आड़े हाथों लिया. मंगलवार सुबह बीजेपी संसदीय दल की बैठक में उन्होंने कहा कि कुछ लोग संसद का गलत इस्तेमाल कर देश के विकास को रोकना चाहते हैं. प्रधानमंत्री ने कांग्रेस के विरोध से खुद को अलग करने वाले सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव का आभार जताया.
सोनिया-राहुल ने भी लगाए नारे
उधर लोकसभा में सपा, जेडीयू और आरजेडी ने जातीय जनगणना के आंकड़े सार्वजनिक न करने को लेकर हंगामा किया. तीनों पार्टी के सांसदों ने वेल में जाकर अपना विरोध जताया. ललित मोदी मामले पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी सदन में नारे लगाए. उन्होंने अपनी सीट पर बैठे बैठे 'मोदी इस्तीफा दो, शर्म करो चुप्पी तोड़ो' के नारे लगाए. कांग्रेस के हंगामे पर वरिष्ठ बीजेपी नेता लाल कृष्ण आडवाणी काफी नाराज थे. उन्होंने इस बारे में राजनाथ और वेंकैया नायडू से भी बात की.
40-50 लोग छीन रहे 440 लोगों का हक: स्पीकर
आडवाणी के कहने पर वेंकैया ने स्पीकर से हंगामा कर रहे सांसदों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की. बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी ने आडवाणी से बात की और उसके बाद बीजेपी के सारे सांसदों ने सोनिया गांधी के खिलाफ नारे लगाए.
इसके बाद स्पीकर ने कहा, 'लोकसभा टीवी आज ये सारा हंगामा टीवी पर दिखाए. 40-50 लोग कैसे मिलकर 440 लोगों का अधिकार मार रहे हैं. देश में बहुत गलत संदेश जा रहा है. ये प्रजातंत्र नहीं है.'
राज्यसभा में दोपहर 2 बजे जीएसटी बिल पेश किया जाएगा. कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा, 'बीजेपी जब विपक्ष में थी और मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब बीजेपी ने सभी चीजों का विरोध किया था. खुद मोदी ने जीएसटी को ब्लॉक करने का काम किया था.' उन्होंने कहा कि कांग्रेस जीएसटी बिल के खिलाफ नहीं, इसे जिस प्रक्रिया से पास करने की कोशिश की जा रही है, उसके खिलाफ है. भारी हंगामे के चलते राज्यसभा स्थगित कर दी गई. कांग्रेस राज्यसभा में जीएसटी बिल का विरोध करेगी. ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि वह सदन में जीएसटी बिल का समर्थन देगी.
कांग्रेस अपने रुख पर कायम
हालांकि कांग्रेस अपने रुख पर अडिग है. कांग्रेस सांसद मंगलवार को भी लोकसभा में काली पट्टी पहनकर पहुंचे और 'भाषणबाजी बंद करो' की नारेबाजी करने लगे. सोनिया गांधी ने साफ कर दिया है कि पार्टी अपने रुख पर कायम है. मानसून सत्र में मचे हंगामे के बीच केंद्र सरकार मंगलवार को राज्यसभा में बहुचर्चित जीएसटी बिल पेश करने वाली है. इसके मद्देनजर बीजेपी ने अपने सांसदों को दोनों सदनों में मौजूद रहने का व्हिप जारी किया है. मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने भी अपने सांसदों को व्हिप जारी कर सदन में उपस्थित रहने के लिए कहा है.
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'हम सोनिया जी, राहुल जी से अपील करेंगे कि सदन को चलने दें. सिर्फ अपने अहंकार के कारण सदन को न रोकें.'
सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले मंगलवार सुबह बीजेपी संसदीय दल की बैठक हुई. बैठक के बाद बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी ने बताया, 'प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ लोग ऐसे हैं जो देश का विकास रोकना चाहते हैं.' उन्होंने बताया कि बैठक में प्रधानमंत्री ने मुलायम सिंह यादव का आभार भी प्रकट किया.
BJP सांसदों को गैरहाजिर न होने का आदेश
उधर मुलायम सिंह के ताजा रुख पर सोनिया गांधी कुछ नहीं बोलीं, लेकिन कांग्रेस के अपने स्टैंड पर बरकरार रहने की बात दोहरा दी. उन्होंने मुलायम सिंह से जुड़ा सवाल सुना और बोलीं, 'ठीक है कांग्रेस अपने पुराने रुख पर फोकस करेंगे.'
बीजेपी संसदीय दल की बैठक में अरुण जेटली ने कहा कि राज्यसभा में सभी बीजेपी सांसद मानसून सत्र के आखिरी तीन दिनों में जरूर मौजूद रहेंगे, क्योंकि इस बीच अहम बिल पेश किए जाएंगे. उन्होंने सभी सांसदों को विदेश या दिल्ली से बाहर का दौरा रद्द करने को कहा.
कांग्रेस के लिए मंगलवार का दिन कुछ मुश्किल भरा हो सकता है क्योंकि मुलायम सिंह यादव की सपा ने साथ छोड़ने के संकेत दिए हैं. मुलायम ने सोमवार को कहा था कि वह सदन चलने देना चाहते हैं.
लैंड बिल पर अपने रुख पर कायम विपक्ष
उधर, भूमि अधिग्रहण बिल अब बिहार विधानसभा चुनाव के बाद संसद के शीत सत्र में लाया जाएगा. भूमि बिल के कुछ अहम प्रावधानों को लेकर विपक्ष अपने रुख पर कायम है, वहीं सत्ता पक्ष विधेयक का अध्ययन कर रही संयुक्त समिति में मतविभाजन से बचना चाहता है. संसद के शीतकालीन सत्र तक समिति का कार्यकाल और बढ़ाने की मांग करने का फैसला समिति में बीजेपी और कांग्रेस सदस्यों के बीच तीखे वाकयुद्ध के बाद लिया गया.
कांग्रेस ने 1894 के अधिनियम के तहत अधिग्रहित भूमि के मुआवजे संबंधी मामलों को निपटाने में विधेयक के पूर्वप्रभावी उपबंध में किसी भी प्रकार के बदलाव का विरोध किया. इसी 1894 के अधिनियम के स्थान पर 2013 में यूपीए सरकार के कार्यकाल में नया विधेयक पारित किया गया था.