
गौर सिटी के 5th एवेन्यू में रहने वाले गौरव चंदेल की हत्या 6 जनवरी की रात हुई, लेकिन अब तक एक भी हत्यारे का सुराग नहीं मिल पाया है. सरकार दावा कर रही है जांच चल रही है. पुलिस कह रही है कि जानकारी जुटा रहे हैं. लोग पूछ रहे हैं कि हमारी जान इतनी सस्ती क्यों?
हत्या के बाद से लगातार लोग विरोध प्रदर्शन और कैंडल मार्च कर रहे हैं. रविवार को भी हजारों की संख्या में आसपास की सोसाइटी के लोग मार्च कर गौर चौक पहुंचे. बड़े-बुजुर्ग, महिलाएं-बच्चे सभी इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए, लेकिन पुलिस को इसे लेकर कानून याद आ रहा है.
एसपी सिटी अंकुल अग्रवाल के मुताबिक, ये विरोध मार्च राजनीति से प्रेरित था और इसमें शामिल लोगों ने धारा 144 तोड़कर कानून का उल्लंघन किया. पुलिस विरोध मार्च कर रहे लोगों पर कार्रवाई की तैयारी में है तो प्रशासन गौरव चंदेल के परिवार को दिलासा दे रहा है कि उनके साथ जल्द इंसाफ होगा.
रविवार रात आईजी मेरठ आलोक कुमार और गौतम बुद्ध नगर के डीएम बीएन सिंह गौरव के परिजनों से मिले. आर्थिक मदद के रूप में उन्हें 20 लाख रुपए का चेक सौंपा. बातचीत में घरवालों ने परिवार के एक सदस्य की नौकरी और बेटे की फ्री पढ़ाई की मांग रखी.
गौरव हत्याकांड को लेकर सियासत भी तेज हो गई है. पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने मामले में लीपापोती का आरोप लगाया. वही प्रियंका गांधी ने यूपी में बढ़ते अपराध को लेकर सरकार पर सवाल उठाए हैं. लगातार बढ़ते दबाव के बीच 6 लापरवाह पुलिसवाले सस्पेंड तो हो चुके हैं, लेकिन गुनहगार पुलिस की पकड़ से अभी भी दूर हैं.