
झारखंड के रांची के चंदवेगांव में बरात आई. निकाह की रस्म भी पूरी हो गई. लेकिन, दहेज के सामान में अपनी मांगी हुई बाइक नहीं मिलने पर दूल्हा भड़क गया. लड़की के परिजनों ने मनाने की हरसंभव कोशिश की, पैर तक पकड़ लिए. वह नहीं माना. आखिरकार लड़की ने ही हिम्मत दिखाई. पूरे समाज के सामने उसने दहेजलोभी दूल्हे को तालाक दे दिया.
तलाक के बाद ग्रामीणों ने दूल्हे को बंधक बना कर जमकर पिटाई की और गले में जूतों की माला पहना कर पूरे गांव में घुमाया गया. यह मामला रांची के पिठोरिया के चन्दवे गांव का है. यहां बदरुदीन अंसारी की बेटी रुबाना परवीन की शादी रांची के सिकदरी के रहने वाले अयूब अंसारी के बेटे मूनताज अंसारी से तय हुई थी. रांची के सिकिदरी से बरात पहुंची.
उसके बाद दूल्हे को पता चला की उसने जो बाइक दहेज़ में मांगी थी, उसकी जगह दूसरी बाइक उसे दी गई है. दूल्हा भड़क गया. उस समय दूल्हे के परिवारवालों ने उसे समझाकर निकाह को तैयार करा दिया. निकाह पढ़ दिया गया. उसके बाद दुल्हन के पिता ने दूल्हे द्वारा मांगी गई पल्सर बाइक की जगह पैसेन बाइक खरीद कर दे दिया. दूल्हा बिफर पड़ा.
दूल्हा पल्सर बाइक लेने की जिद कर बैठा. उसने दुल्हन के पिता से दुर्व्यवहार किया. इससे नाराज दुल्हन ने रिश्ता तोड़ने का ऐलान कर दिया. सुबह साढ़े तीन बजे काजी को बुलाया और तलाक दे दिया. दुल्हन रुबाना ने कहा कि जो व्यक्ति लालच में मेरे पिता से गाली-गलौज कर सकता है. ऐसे दूल्हे को वह नहीं अपना सकती. उसके साथ जीवन नहीं बीता सकती.
बताया जा रहा है कि तलाक के बाद लड़की वालों ने खर्च के पौने सात लाख वापस मांगे, तत्काल पैसे लौटाने में असमर्थता जताने पर लोगों ने दूल्हे के गले में 'मैं दहेज का लालची हूं' लिखी तख्ती लटका दी. उसे जूतों की माला पहना दी. उसको और उसके भाई के सिर और मूंछ के आधे बाल मुंड दिए. उन्हें पूरे गांव में घुमाया गया. पुलिस तक मामला अभी नहीं पहुंचा है.