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17 साल पुराना सपना पूरा, GST के साथ शुरू हुआ दुनिया का सबसे बड़ा टैक्स रिफॉर्म

लॉन्च से पहले ही सरकार ने किसानों को बड़ी राहत दी है, जीएसटी काउंसिल की बैठक में फर्टिलाइजर पर GST 12% से घटाकर 5% कर दिया गया है, इसके अलावा ट्रैक्टर पार्ट्स में भी छूट की गई है. उन्हें 28% टैक्स स्लैब से लाकर 18% में कर दिया गया है.

GST लॉन्च पर विशेष कार्यक्रम GST लॉन्च पर विशेष कार्यक्रम
मोहित ग्रोवर
  • नई दिल्ली,
  • 30 जून 2017,
  • अपडेटेड 6:01 AM IST

एक देश-एक कर के सपने जीएसटी को लॉन्च हो गया है. इस मौके पर संसद में मध्यरात्रि में स्पेशल सेशन बुलाया गया था.जीएसटी  लागू होने के मौके पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई दिग्गज मौजूद रहे. लॉन्च से पहले ही सरकार ने किसानों को बड़ी राहत दी है, जीएसटी काउंसिल की बैठक में फर्टिलाइजर पर GST 12% से घटाकर 5% कर दिया गया है, इसके अलावा ट्रैक्टर पार्ट्स में भी छूट की गई है. उन्हें 28% टैक्स स्लैब से लाकर 18% में कर दिया गया है.

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मध्यरात्रि सेशन के लाइव अपडेट्स -

- राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और पीएम नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में जीएसटी लॉन्च किया गया, पूरे देश में लागू हुई एक टैक्स की सेवा

- राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी बोले कि कुछ देर में हम जीएसटी का शुभारंभ देखेंगे

- राष्ट्रपति ने कहा कि जीएसटी एक ऐतिहासिक कदम है और ये एक संतोष की बात है.

- प्रणब मुखर्जी बोले कि मैं गुजरात, बिहार, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्रियों से मिला और जीएसटी पर चर्चा की और जीएसटी मामले पर जटिल मामलों को सुलझाने की कोशिश की.

- उन्होंने कहा कि सभी ने सकारात्मक रवैया अपनाया. मुझे इस बात का विश्वास था कि जीएसटी को लागू कर दिया जाएगा और मेरा विश्वास सही निकला. 

- उन्होंने कहा कि देश में अब स्पर्धा जारी होगी

- सपा नेता रामगोपाल यादव की तबीयत बिगड़ी, एंबुलेस के द्वारा अस्पताल ले जाया गया

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पीएम मोदी का पूरा भाषण -

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कुछ ऐसे पल होते हैं, जिसमें हम नई ऊंचाई को छूने का प्रयास करते हैं. आज मध्यरात्रि के समय हम लोग देश का भविष्य तय करने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि GST सिर्फ अर्थव्यवस्था के लिए नहीं है, कुछ देर बाद ही नई व्यवस्था की शुरुआत होगी.

पीएम ने कहा कि यह रास्ता किसी एक दल की सिद्धि नहीं है, ये रास्ता किसी एक सरकार की सिद्धि नहीं है ये जीएसटी सभी लोगों के प्रयास का फल है. उन्होंने कहा कि ये वो सेंट्रल हॉल है जहां पर कई ऐतिहासिक काम हुए हैं. पीएम ने कहा कि 9 दिसबंर 1946 को संविधान सभा की पहली बैठक यहां पर ही हुई थी. उस समय पंडित नेहरू, अबुल कलाम आजाद, वल्लभ भाई पटेल समेत कई लोग यहां पर बैठे थे.

पीएम ने कहा कि GST के रुप में हम एक नए भारत की शुरुआत कर रहे हैं, इसके लिए सेंट्रल हॉल से अच्छी जगह कोई नहीं है. मोदी बोले कि गीता में भी 18 अध्याय थे, और जीएसटी काउंसिल की भी 18 बैठके हुईं. पीएम ने कहा कि अब पूरे देश में एक ही टैक्स लगेगा, लगभग 500 टैक्स खत्म हो रहे हैं. अब से पहले दिल्ली में कुछ और दाम रहता था, तो नोएडा में कुछ और पर अब ऐसा नहीं होगा.

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26 नवंबर 1949 देश ने संविधान को स्वीकार किया. यह वही जगह है. और आज जीएसटी के रूप से बढ़कर कोई और स्थान नहीं हो सकता, इस काम के लिए. संविधान का मंथन 2 साल 11 महीने 17 दिन चला था. हिंदुस्तान के कोने कोने से विद्वान उस बहस में हिस्सा लेते थे. वाद-विवाद होते थे, राजी नाराजी होती थी.

पीएम ने कहा कि सब मिलकर बहस करते थे रास्ते खोजते थे. इस पार उस पार नहीं हो पाए तो बीच का रास्ता खोजकर चलने का प्रयास करते थे.जीएसटी टीम इंडिया का क्या परिणाम हो सकता है, यह उसके सामर्थ का परिचायक है. जीएसटी काउंसिल केंद्र और राज्य ने मिलकर, जिसने गरीबों के लिए पहले उपलब्ध सेवाओं को बरकरार रखा है. दल कोई भी हो, सरकार कोई भी गरीबों के प्रति संवेदनशीलता सबने रखी है.

पीएम मोदी ने कहा कि जीएसटी लागू होने से ईमानदार लोगों को कोई नुकसान नहीं होगा, उन्होंने कहा कि GST से कालाधन, भ्रष्टाचार खत्म होगा. ये व्यवस्था देश के गरीबों के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद होगी.

 

वित्त मंत्री अरुण जेटली का भाषण -

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि जीएसटी लागू होने से नई यात्रा की शुरुआत हो रही है. इस यात्रा में कई लोगों का सहयोग रहा है. हमारा लक्ष्य एक देश, एक टैक्स का है. इस सिस्टम को पास करने में केंद्र और राज्य सरकार का सहयोग रहा है, राष्ट्र के हित में पूरा देश एक साथ आया है. सभी राज्यों ने एक साथ आकर देश के संघीय ढांचे का उदाहरण है.

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उन्होंने कहा कि आज से हमारा लक्ष्य सभी को साथ चलने का है. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी इस यात्रा के अहम गवाह हैं, NDA 1 ने 2003 में ऐतिहासिक रिपोर्ट दी थी, जिसके बाद 2006 के बजट में यूपीए सरकार ने घोषणा की थी कि 2010 में इसे लागू किया जाएगा. उस दौरान वित्तमंत्री ने इसे सबके सामने रखा था, और संविधान में संशोधन हुआ था.

जेटली ने कहा कि स्टैंडिंग कमेटी के ही निर्णय का असर था कि केंद्र और राज्य एक साथ आ पाए. जिससे जीएसटी काउंसिल में सभी को मदद मिली. जेटली ने कहा कि GST के तहत सभी को लाना चाहता हैं. सभी की कोशिश रही कि हर पार्टी का इसमें योगदान हो. प्रो. दासगुप्ता, सुशील मोदी, के.एन. मणि, डॉ. अमित मित्रा ने राज्यों में आम राय बनाने में अच्छी कोशिश की. यह प्रक्रिया 15 साल पहले ही शुरू हुई थी.

अरुण जेटली बोले कि संसद ने सभी सुझावों को सर्वसम्मति से पास किया, जीएसटी काउंसिल ने 18 बार बैठक की थी. जिसमें हर निर्णय सर्वसम्मति से हुआ है, कभी भी वोट डलवाने की जरुरत नहीं पड़ी. अभी तक 24 निर्णय हुए हैं, 1211 सामानों पर टैक्स तय हुआ है. हमारा लक्ष्य था कि आम आदमी पर ज्यादा बोझ ना पड़े और राज्य-केंद्र सरकार के राजस्व पर भी कोई प्रभाव ना पड़े. उन्होंने कहा कि आज के समय में 17 टैक्स और 23 सेस को समाप्त कर अब सिर्फ एक टैक्स जीएसटी लागू कर दिया गया है. अब सिर्फ एक ही रिटर्न दायर करना होगा. इस निर्णय को लागू करने में सभी का योगदान है, मैं सभी का धन्यवाद करता हूं. जीएसटी लागू होने से महंगाई कम होगी, टैक्स का झंझट कम होगा.

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- सभी की मौजूदगी में राष्ट्रगान गाया गया

- राष्ट्रपति संसद पहुंचे

-उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी संसद पहुंचे

- एनसीपी नेता शरद पवार भी सेंट्रल हॉल में मौजूद

- लालकृष्ण आडवाणी संसद भवन में पहुंचे, अमित शाह भी साथ में मौजूद

- वित्त मंत्री अरुण जेटली सेंट्रल हॉल में पहुंचे

- लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन भी केंद्रीय कक्ष में पहुंची

- रतन टाटा सेंट्रल हॉल में पहुंचे

 

 

 

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