
17 साल से लटके वन टैक्स वन नेशन का सपना पूरा करने में मोदी सरकार के वित्त मंत्री अरुण जेटली का सबसे बड़ा हाथ रहा. पर जेटली को जीएसटी का सबसे पहला ज्ञान किसने दिया था? उन्हें जीएसटी की शिक्षा किससे मिली थी? इसका खुलासा खुद शुक्रवार-शनिवार दरमियानी रात जेटली ने संसद के सेंट्रल हॉल में स्पीच के दौरान किया. उन्हें जीएसटी की शिक्षा असीम दासगुप्ता से मिली थी.
जेटली ने क्या कहा?
जीएसटी लागू होने से पहले जेटली ने सदन में भाषण दिया. इस दौरान उन्होंने जीएसटी के सफर के बारे में भी जानकारी दी. उन्होंने कहा- जीएसटी को लेकर बसे अहम सिफारिश थी जीएसटी काउंसिल की रचना. इसमें उन्होंने स्टैंडिंग कमेटी के योगदान का भी जिक्र किया. इसी दौरान उन्होंने कहा कि इस कमेटी में सबसे अहम योगदान असीम दासगुप्ता का रहा. उन्होंने कहा- मुझे पहली शिक्षा उनसे (असीम) ही मिली थी. इसलिए उनका आभार.
कौन हैं असीम दासगुप्ता?
पश्चिम बंगाल में जब वाममोर्चा की सरकार थी उस वक्त बुद्धदेव भट्टाचार्य की सरकार में असीम दासगुप्ता राज्य के वित्त मंत्री थी. जीएसटी को लेकर जब यूपीए सरकार ने अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के प्रस्ताव को आगे बढ़ाया था तो असीम ने अहम जिम्मेदारी संभाली थी. असीम दासगुप्ता जीएसटी काउंसिल के पहले अध्यक्ष भी रहे थे.
जीएसटी लागू होने में इन लोगों के योगदान भी कम नहीं
1. प्रणब मुखर्जी
जेटली ने जीएसटी पर यूपीए सरकार की कोशिशों को भी सराहा. पूर्व वित्त मंत्री रह चुके राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की तारीफ करते हुए जेटली ने कहा कि वह जीएसटी की इस यात्रा के सबसे बड़े गवाह हैं. 2003 में यूपीए सरकार ने ही यह ऐतिहासिक रिपोर्ट दी थी. 2006 में यूपीए सरकार ने इसे 2010 में लागू करने की घोषणा की थी और 2011 में प्रणब मुखर्जी ने संसद में संविधान संशोधन बिल भी पेश किया था.
2. यशवंत सिन्हा
जेटली ने भाजपा नेता व पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा की भी तारीफ की. कहा- जीएसटी परिषद के गठन का सुझाव सिन्हा ने ही दिया था. इसमें राज्यों का दो तिहाई और केंद्र का एक तिहाई वोट हो, लेकिन दोनों मिलकर फैसला करें. इस सुझाव से जीएसटी की राह आसान बनी.
3. बंगाल के मंत्री की भी तारीफ
जेटली ने केएम मणि, सुशील मोदी और अमित मित्रा की भी तारीफ की. जीएसटी काउंसिल की मीटिंग में ममता सरकार में मंत्री अमित मित्रा का अहम रोल रहा है. हालांकि, टीएमसी ने लॉन्चिंग प्रोग्राम का बहिष्कार कर दिया था. उन्होंने कहा- जीएसटी परिषद में शामिल राज्यों के वित्त मंत्री और अधिकारी रात भर लगे रहे और लक्ष्य प्राप्त करने में मदद की. उनका आभार व्यक्त किया.