
गुजरात में अब तक की सबसे तगड़ी चुनावी चुनौती का सामना कर रही बीजेपी की राज्य इकाई की कोर कमिटी की शनिवार को बैठक होने जा रही है. गांधीनगर में होने वाली बैठक में आने वाले चुनाव के लिए उम्मीदवारों पर चर्चा होगी. मीटिंग में पार्टी के सभी पर्यवेक्षक शामिल होंगे. पार्टी ने हर एक जिले के लिए तीन पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं.
माना जा रहा है पार्टी हर एक विधानसभा के लिए 2 से 3 विकल्पों को शॉर्ट लिस्ट कर सकती है. इसके बाद इस सूची को नई दिल्ली स्थित 11 अशोक रोड भेजा जाएगा, जहां बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की निगहबानी में आखिरी सूची तैयार की जाएगी.
गुजरात चुनाव पर EC ने तोड़ी चुप्पी
हिमाचल प्रदेश के साथ गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखों को ऐलान न करने को लेकर आलोचना का सामना कर रहे चुनाव आयोग ने पहली बार चुप्पी तोड़ी है. चुनाव आयुक्त ओपी रावत का कहना है कि जो फैसला लिया गया है, आयोग उसी के साथ जाएगा.
आयुक्त ने कहा कि किसी तरह की अव्यवस्था न फैले इसलिए गुजरात चुनाव की तारीखों को ऐलान नहीं किया गया. आयोग ने इस बात को स्वीकार किया कि उसे पता था कि तारीखों का ऐलान न करने पर आलोचना होगी, लेकिन आयोग इसी के साथ आगे बढ़ेगा.
दूसरे विकल्पों पर विचार के लिए समय नहीं
ओपी रावत ने कहा कि 'किसी अन्य विकल्प पर विचार करने का वक्त नहीं है. अगर हमारे पास समय होता, तो शायद हम दूसरे विकल्पों पर विचार करते.' रावत ने कहा कि हमने 9 और 10 अक्टूबर को गुजरात का दौरा किया था. केरल और पंजाब में 11 को उपचुनाव होने वाले थे. आने वाले विधानसभा चुनावों के लिए तारीखों की घोषणा 12 को होने वाली थी.
चिदंबरम पर टिप्पणी से इंकार
हालांकि चुनाव आयुक्त ने पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम के उस ट्वीट पर प्रतिक्रिया देने से इंकार कर दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि गुजरात सरकार की सभी रियायतें और मुफ्त घोषणाओं के बाद चुनाव आयोग अपनी विस्तारित छुट्टी से लौटेगा. चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अधिकृत किया है कि वह अपनी अंतिम चुनावी रैली में गुजरात चुनाव की तारीखों की घोषणा करें."