
गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने गोधरा कांड के बाद हुए दंगों के दौरान विहिप के कई नेताओं और अन्य हिन्दू नेताओं की हत्या करने और आतंक फैलाने की साजिश रचने में शामिल एक व्यक्ति को पकड़ा है. वह करीब 13 साल से फरार चल रहा था.
एटीएस अधिकारियों ने कहा कि खुफिया खबर मिलने पर एक टीम ने हैदराबाद के हाकिमपेट से गुलामजफर शेख (50) को पकड़ा. उसे मंगलवार को यहां लेकर आए है. वह दंगों के दौरान बदला लेने के लिए कई आरोपियों द्वारा रची गई बड़ी साजिश में शामिल था.
एटीएस पुलिस निरीक्षक आरआर सरवैया ने कहा कि 2003 में आतंकवादी गतिविधियों के जरिए भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने में शामिल 82 लोगों के खिलाफ एक केस दर्ज किया था. इसके लिए उन्हें आईएसआई, लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद से मदद मिली थी.
उन्होंने कहा कि 2003 में हैदराबाद भागने से पहले शेख शहर के दरियापुर क्षेत्र में रहा करता था. वह इस साजिश में सक्रिय रूप से शामिल था. इसमें आरोपियों ने विहिप के स्थानीय नेताओं तथा अन्य हिन्दू नेताओं की हत्या की साजिश रची थी.