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गुजरात में उत्तर भारतीयों पर हमले तेज, 324 गिरफ्तार, नीतीश-योगी ने की गुजरात CM से बात

इस बीच कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकोर ने घोषणा की कि इन हमलों के मद्देनजर उनके समर्थकों के खिलाफ दर्ज किये गये ‘‘झूठे मामलों’’ को यदि सरकार ने वापस नहीं लिया तो वह 11 अक्टूबर से ‘सद्भावना’ उपवास करेंगे.

गुजरात में बढ़ रहे हमले (फोटो- indiatoday.in) गुजरात में बढ़ रहे हमले (फोटो- indiatoday.in)
मोहित ग्रोवर
  • नई दिल्ली,
  • 08 अक्टूबर 2018,
  • अपडेटेड 11:08 AM IST

गुजरात के साबरकांठा जिले में 14 माह की बच्ची से बलात्कार की घटना के बाद गैर-गुजरातियों पर कथित तौर पर हमला करने के मामलों में गुजरात के विभिन्न भागों से पुलिस ने अब तक 342 लोगों को गिरफ्तार किया है. घटना के बाद गुजरात में रहने वाले यूपी-बिहार के लोगों ने पलायन शुरू कर दिया है.

इस बीच गुजरात में उत्तर प्रदेश के लोगों पर हमले की रिपोर्ट के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार (8 अक्टूबर) को गुजरात के सीएम विजय रूपानी से बात की है और मामले का जायजा लिया है. गुजरात सीएम से बात के बाद सीएम योगी ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान नहीं दें. उन्होंने कहा कि गुजरात में काम कर रहे बाहरी लोगों की सुरक्षा का भरोसा उन्हें सीएम विजय रुपानी ने दिया है.

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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इन मामलों को लेकर गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी से बात की. सोमवार को उन्होंने कहा कि मैंने कल शाम ही उनसे बात की थी, जो भी इस मामले में दोषी हैं उन्हें सजा मिलनी चाहिए. लेकिन किसी अन्य को परेशान नहीं किया जाना चाहिए.

इस घटना के बाद राज्य के कई हिस्सों में गैर-गुजरातियों, खासतौर पर उत्तर प्रदेश और बिहार के रहने वाले लोगों को निशाना बनाया जा रहा है. कांग्रेस नेता अल्पेश ठाकोर ने आज गुजरात बंद भी बुलाया है. इन हमलों की पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने भी निंदा की है.

गत 28 सितम्बर को एक बच्ची के साथ कथित रूप से बलात्कार करने के लिए बिहार के एक निवासी को गिरफ्तार किये जाने के बाद गैर-गुजरातियों को निशाना बनाया गया और सोशल मीडिया पर घृणा संदेश फैलाये गये.

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पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने इन हमलों का निंदा की है और कहा है कि एक व्यक्ति के अपराध के कारण पूरे प्रदेश के दोषी नहीं ठहरा सकते.

इस बीच इस मुद्दे पर राजनीति भी गर्माती जा रही है. कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री को घेरा है. उन्होंने बयान दिया कि प्रधानमंत्री के गृह राज्य में अगर यूपी, बिहार, MP के लोगों को मारकर भगाया जा रहा है, तो एक दिन पीएम को भी वाराणसी जाना है इसे याद रखना. वाराणसी के लोगों ने उन्हें गले लगाया है और प्रधानमंत्री बनाया है.

पुलिस ने क्या दिया बयान?

पुलिस महानिदेशक शिवानंद झा ने पत्रकारों को बताया,‘‘मुख्य रूप से छह जिले (हिंसा से) प्रभावित हुए है. मेहसाणा और साबरकांठा सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं. इन जिलों में 42 मामले दर्ज किये गये है और अब तक 342 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. जांच के दौरान आरोपियों के नाम सामने आने के बाद और लोगों को गिरफ्तार किया जायेगा.’’

उन्होंने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में राज्य रिजर्व पुलिस की 17 कंपनियों को तैनात किया गया है. उन्होंने कहा,‘‘गैर-गुजराती के निवास क्षेत्रों और उन कारखानों में जहां वे काम करते हैं, वहां सुरक्षा बढ़ा दी गई है, पुलिस ने इन इलाकों में गश्त भी बढ़ा दी है.’’DGP ने बताया कि सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाने के लिए दो मामले दर्ज किये गये है.

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इन घटनाओं पर गुजरात के गृहमंत्री प्रदीप जडेजा का कहना है कि कुछ लोग गुजरात की शांति को भंग करने का प्रयास कर रहे हैं. अभी तक हमने कई लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. राज्य के सभी SSP, डीएम को सख़्त कार्यवाही के आदेश दिये गए हैं. उन्होंने कहा कि एक वारदात को देखते हुए गांधीनगर में तहसील का चुनाव लड़ने वाले कांग्रेस नेता का वीडियो है, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया.

हमलों के बाद गैर-गुजरातियों के पलायन के बारे में पूछे गये एक सवाल के जवाब में झा ने कहा कि आने वाले त्योहारों के मद्देनजर वे अपने मूल राज्यों के लिए रवाना हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि जिलों में अतिरिक्त सुरक्षा बल और वाहन उपलब्ध कराये गये हैं.

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