
गुजरात में होने जा रहे एक लोकसभा और नौ विधानसभा सीटों के उपचुनाव के लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं. दरअसल, इस बार का उपचुनाव इसलिए भी काफी दिलचस्प है, क्योंकि नरेन्द्र मोदी अब देश के प्रधानमंत्री बन चुके हैं. नई मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल के नेतृत्व और उनकी स्वीकार्यता की यह अग्निपरीक्षा साबित होगी.
गुजरात में इन दिनों बीजेपी और कांग्रेस, दोनों ही पार्टियों के दफ्तर पर खूब भीड़ देखने को मिल रही है. दरअसल, अगले महीने विधानसभा की नौ सीटों और लोकसभा की एक सीट पर 13 सितंबर को उपचुनाव होना है. दिलचस्प बात यह भी है कि आनंदीबेन पटेल के नेतृत्व में लड़ा जाने वाला यह पहला चुनाव होगा.
पहले गुजरात में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाता था. मोदी देश के प्रधानमंत्री हो चुके हैं. उनकी विधानसभा की सीट और लोकसभा की सीट, दोनों ही खाली हुई है, जिस पर इस उपचुनाव में वोट डाले जाने हैं.
प्रदेश में मोदी के उत्तराधिकारी को लेकर भी बीजेपी में सवाल खड़े हो रहे हैं. जो संभावित लोगों के नाम सामने आए हैं, उसमें ये प्रमुख हैं:
कमलेश पटेल
कमलेश पटेल वही शख्स हैं, जिसने 2002 में नरेन्द्र मोदी के चुनाव लड़ने के लिए अपनी सीटी खाली कर दी थी.
हरेन पाठक
7 बार लोकसभा सांसद रहे और लालकृष्ण आडवाणी के बेहद करीबी माने जाने वाले हरेन पाठक को मोदी से अनबन के चलते 2014 के लोकसभा चुनाव में टिकट नहीं दिया गया था.
असित वोरा
पिछली टर्म में अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉरपोरेशन के मेयर भी रह चुके हैं.
इन तीनों के नाम इस बार मणिनगर सीट के लिए सबसे आगे चल रहे हैं. इस बार गुजरात में होने वाले उपचुनाव को लेकर बीजेपी ने भरोसा जताया है कि भले ही मोदी देश के प्रधानमंत्री बन गए, लेकिन उनके दिल में गुजरात ही बसा है.
अहमदाबाद के सीनियर बीजेपी लीडर आईके जाडेजा ने कहा, 'मोदीजी भले ही देश के प्रधानमंत्री बन गए हैं, लेकिन वे गुजरात से आज भी जुड़े हुए हैं. उनकी नजर तो गुजरात पर ही रहेगी.'
जिन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है, उनमें आणंद, लीमखेडा, डिसा, मातर, मणिनगर, तलाजा, टंकारा, खमभालिया, मंगरुल शामिल हैं. नरेन्द्र मोदी जिस लोकसभा सीट वडोदरा से चुनाव लड़े थे, उस पर भी उपचुनाव होना है. वहीं कांग्रेस भी मोदी की गैरहाजिरी का पूरा फायदा उठाना चाहती है. कांग्रेस को उम्मीद है कि वह ऐसे उम्मीदवारों को उतार सकेगी, जिससे ज्यादा से ज्यादा सीट हासिल हो सके.
गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया ने कहा, 'हमने पूरी तरह से कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर उम्मीदवारों के चयन का काम शुरू कर दिया है.'
पहली बार गुजरात में आनंदीबेन पटेल के नेतृत्व में उपचुनाव लड़ा जाएगा. ऐसे में देखना काफी दिलचस्प होगा कि आनंदीबेन इस अग्निपरीक्षा में पास होती हैं या नहीं.