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हिन्दू-मुस्लिम के बीच नफरत फैलाने वाले पोस्ट देखकर IPS ने छोड़ दिया फेसबुक

गुजरात कैडर के IPS विजय वर्धन ने सोशल मीडिया को छोड़ने का मन बना लिया है. उन्होंने कहा जब भी खोल के देखता हूं सब और बस सिर्फ नफरत और व्हाट्सएप ज्ञान दिखता है.

 IPS Vijay Wardhan Sarswat (Photo- Facebook) IPS Vijay Wardhan Sarswat (Photo- Facebook)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 21 दिसंबर 2019,
  • अपडेटेड 1:18 PM IST

  • गुजरात कैडर के IPS ने छोड़ा सोशल मीडिया
  • कहा- "सोशल" बचा ही नहीं तो वो कैसी मीडिया

नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देश भर में प्रदर्शन का दौर जारी है. प्रदर्शन के साथ ही सोशल मीडिया पर हिन्दू-मुस्लिम को लेकर कई ऐसे मैसेज वायरल हो रहे हैं जिसके चलते दोनों धर्मों के बीच में नफरत पैदा करने की कोशिश की जा रही है. ऐसे में गुजरात कैडर के IPS विजय वर्धन ने सोशल मीडिया को छोड़ने का मन बना लिया है.

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उन्होंने अपने फेसबुक अकाउंट पर एक पोस्ट लिखकर ये जानकारी दी. उन्होंने लिखा-

"इन दिनों व्हाट्सएप पर मुझे हिन्दू-मुस्लिम, हम-तुम, भारत-पाकिस्तान, अपने-गैर, कश्मीर-बंगाल, हिंसा, नफरत एवं घृणा के मैसेज ही देखने को मिलते हैं. ऐसे में मैंने सोशल मीडिया से अलविदा लेने का मन बना लिया है. क्योंकि अब मेरा मानना है कि सोशल मीडिया में कुछ सोशल बचा ही नहीं है. सोशल मीडिया से अलविदा लेने के बाद मैं अपने असली जीवन को खोजता हूं, क्योंकि अब सोशल मीडिया पर सकारत्मकता और प्रेम अब बचा ही नहीं. उन्होंने अंत में लिखा- जय हिंद, भारत अपना ख्याल रखना." हालांकि विजय वर्धन ने अपने पोस्ट में नागरिकता संशोधन कानून के बारे में कुछ नहीं लिखा है.

कौन हैं IPS विजय वर्धन

साल 2018 में यूपीएससी की सिविल सर्विस की परीक्षा में  विजय वर्धन ने 104 रैंक हासिल की थी. जिसके बाद वह IPS बने. आपको बता दें, विजय वर्धन 35 से ज्यादा एग्जाम में फेल हो चुके हैं. वह हरियाणा के सिरसा जिले के रहने वाले हैं. वर्तमान में वह गुजरात कैडर के IPS हैं.

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विजय के लिए IPS अफसर बनना आसान नहीं था. इसके लिए उन्हें संघर्ष करना पड़ा. वह साल 2013 में इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन में इंजीनियरिंग के बाद सिविल सर्विस की तैयारी करने के लिए दिल्ली आए थे. विजय कहते हैं कि साल 2014 में मैंने आईएएस की प्रारंभिक परीक्षा के बाद मेन की परीक्षा दी. लेकिन फेल हो गए.

इसके बाद 2015 में भी मेन में फेल हो गए थे. साल 2016 में विजय ने किसी तरह मेन्स की परीक्षा निकाल दी लेकिन फिर छह नंबर से बाहर हो गए. साल 2017 में भी इंटरव्यू में बाहर हो गए थे. यूपीएससी परीक्षा से पहले 35 से ज्यादा कॉम्पिटिटिव परीक्षा में फेल हो चुके थे. उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा साल 2019 में पास कर 104वीं रैंक हासिल की.  वहीं 2019 से पहले विजय 4 बार सिविल सर्विसेज परीक्षा के भी दे चुके थे.

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