
रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर गुजरात पहुंच गए हैं. यहां मोदी तीन चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे. इनमें एक रैली राजनीतिक और रणनीतिक तौर पर बेहद दिलचस्प मानी जा रही है.ये रैली राजकोट की है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाम करीब 7 बजे पहुंचेंगे. पीएम की ये चुनावी रैली इसलिए खास है क्योंकि इस इलाके से गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी उम्मीदवार हैं. पार्टी ने राजकोट पश्चिम सीट से उन्हें प्रत्याशी बनाया है और कांग्रेस ने रूपाणी के खिलाफ इंद्रनील राज्यगुरु को मैदान में उतारा है.
राजकोट पश्चिम सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार कुल 182 सीटों पर चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों में सबसे ज्यादा अमीर हैं. इलाके में वो भारी दमखम रखते हैं. चुनाव प्रचार में बॉलीवुड हस्तियों को साथ ला रहे हैं. उनकी स्थिति मजबूत मानी जा रही है. वहीं दूसरी तरफ सीएम विजय रूपाणी का ऐसा ऑडियो वायरल हुआ है, जो उनकी चुनावी स्थिति को कमजोर दिखा रहा है.
हाल ही में एक ऑडियो वायरल हुआ था , जिसमें गुजरात के सीएम विजय रूपाणी अपनी कमजोर स्थिति बताते हुए सुनाई दे रहे थे. रूपाणी जैन समुदाय में विरोध होने पर उनके मान-मनौव्वल की बातें करते हुए सुनाई दे रहे थे.
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में जाकर रैली करना भी अहम माना जा रहा है. राजनीतिक हल्कों में विजय रूपाणी की डगर थोड़ी कठिन मानी जा रही है. कांग्रेस ने एक मजबूत कैंडिडेट उतारकर भी उनकी चुनौतियों को और बढ़ा दिया है.
दूसरी तरफ, ये भी एक तथ्य है कि राजकोट पश्चिम सीट परंपरागत तौर पर बीजेपी की रही है. 1985 से बीजेपी इस सीट पर जीत दर्ज कर रही है और पार्टी के लिए सबसे सुरक्षित सीटों में मानी जाती है. 2002 में नरेंद्र मोदी ने भी यहीं से उपचुनाव लड़ा था और जीत दर्ज की थी. 2014 में विजय रूपाणी भी इसी सीट से उपचुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे. ऐसे में सबसे सुरक्षति सीटों में शुमार और सूबे के मुखिया का वहां से उम्मीदवार होने के बावजूद पीएम मोदी का राजकोट में रैली करना एक चिंता के तौर पर देखा जा रहा है.