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गुजरात: बाढ़ग्रस्त इलाकों से 46000 लोग रेस्क्यू, अहमदाबाद हवाईअड्डे का रनवे क्षतिग्रस्त

गुजरात में बाढ़ के चलते अहमदाबाद हवाई अड्डा रनवे क्षतिग्रस्त हो गया है. एअर इंडिया के दो उड़ानें को दूसरे रास्ते पर मोड़ दिया गया. वहीं, कई जलमग्न इलाकों में सैकड़ों पर लोग फंसे हुए हैं.

प्रतीकात्मक फोटो प्रतीकात्मक फोटो
केशवानंद धर दुबे/गोपी घांघर
  • नई दिल्ली,
  • 26 जुलाई 2017,
  • अपडेटेड 8:28 AM IST

गुजरात में बाढ़ के चलते अहमदाबाद हवाई अड्डा रनवे क्षतिग्रस्त हो गया है. एअर इंडिया के दो उड़ानें को दूसरे रास्ते पर मोड़ दिया गया. वहीं, कई जलमग्न इलाकों में सैकड़ों पर लोग फंसे हुए हैं.

गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने बताया कि इन इलाकों से करीब 1,000 लोगों को बचाया गया और 46,000 लोगों को निचले क्षेत्रों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.

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बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अपने गृह राज्य गुजरात में बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित बनासकांठा और पाटन जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया. प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी और राज्य सरकार के शीर्ष अधिकारियों के साथ राज्य की स्थिति जानने के लिए बैठक की. साथ ही उन्होंने बचाव कार्य के लिए 500 करोड़ रुपये और इस विभीषिका में जान गंवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को दो लाख रुपये व घायलों को 50 हजार रुपये के मुआवजे की घोषणा की.

थल सेना, वायु सेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और स्थानीय टीमों ने बचाव और राहत अभियान तेज कर दिया है.

राज्य आपातकालीन अभियान सेंटर (एसइओसी) द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि पिछले 24 घंटों में बनासकांठा, पाटन और साबरकांठा के 12 तालुकाओं में 200 मिमी बारिश दर्ज की गई है. सबसे ज्यादा प्रभावित बनासकांठा के दंतिवाडा में 463 मिमी, पालनपुर में 380 मिमी, वदगाम में 357 मिमी, अमिरगढ़ में 337 मिमी और लखानी में 305 मिमी बारिश दर्ज की गई है.

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वहीं देश के अन्य हिस्सों में भी हुई भारी बारिश की वजह से सड़कों पर पानी जमा हो गया है, जिससे यातायात और जनजीवन प्रभावित हो गया है. राजस्थान के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र जालोर, सिरोही और पाली जिलों में राहत अभियान चलाया जा रहा है. जालोर से 19 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है. ओडिशा में भी राज्य की बड़ी नदियों का पानी खतरे के निशान से ऊपर बहने की वजह से बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है. बता दें कि हवा का कम दबाव का क्षेत्र बनने की वजह से राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश की आशंका जताई गई है.

वहीं, असम में ज्यादातर नदियों के खतरे के निशान से नीचे बहने की वजह से बाढ़ की स्थति में सुधार हुआ है लेकिन होजाई में एक व्यक्ति के डूबने से राज्य में बाढ़ में मरने वालो की संख्या बढ़कर 77 हो गई है. झारखंड के भी कई हिस्सों में लगातार हो रही बारिश की वजह से जनजीवन प्रभावित हो गया है. यहां दामोदर, कोनार और सिवनी नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है.

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी बारिश की वजह से पारा गिर गया है. यहां का अधिकतम तापमान 32.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि इस मौसम के सामान्य तापमान से दो डिग्री कम है. वहीं हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में 55 मिमी बारिश दर्ज की गई. वहीं, राज्य के कई हिस्सों में मध्यम बारिश दर्ज की गई.

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