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गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव नजदीक है. राजनीतिक पार्टियां दमखम से प्रचार में जुटी हैं. इस बीच, ''आजतक'' लेकर आ रहा है चुनाव पर सबसे बड़ा सर्वे. किसकी बनेगी सरकार, किसका प्रदर्शन रहेगा दमदार और किसको मिलेगा वनवास. आजतक के ओपिनियन पोल में सात बजे मिलेंगे सभी सवालों के जवाब.
हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव 9 नवंबर को होंगे पर चुनाव आयोग ने गुजरात के लिए तारीखें नहीं घोषित की हैं. हालांकि गुजरात में चुनाव 18 दिसंबर से पहले होगा. वर्तमान में हिमाचल प्रदेश में पिछले पांच साल से कांग्रेस की सरकार है तो गुजरात में 22 सालों से बीजेपी की सरकार है. अब देखना है कि इस बार मतदाता किसे अपनी पसंद बनाते हैं.
9 नवंबर को हिमाचल में होना है मतदान
गौरतलब है कि 12 अक्टूबर को चुनाव आयोग ने सिर्फ हिमाचल प्रदेश के लिए विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की थी. 68 सदस्यीय हिमाचल विधानसभा के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 23 अक्टूबर है. नामांकनों की जांच 24 अक्तूबर को होगी तथा 26 अक्तूबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे. मतदान 9 नवंबर को होगा. हिमाचल प्रदेश में सभी 7,521 मतदान केंद्रों पर VVPAT वाली वोटिंग मशीनों का इस्तेमाल किया जाएगा और सभी पोलिंग बूथों की वीडियोग्राफी होगी.
गुजरात में 182 विधानसभा सीट
गुजरात में 182 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव होने हैं. 12 अक्टूबर को चुनाव आयोग ने गुजरात के लिए विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा नहीं की थी. आयोग ने बस इतना ही कहा था कि गुजरात में चुनाव 18 दिसंबर से पहले होगा. इस विवाद की वजह से राज्य में प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस कोर्ट चली गई है. वहीं चुनाव के पूर्व ही राज्य में राजनीतिक हलचलें तेज हो गई हैं. एक तरफ जहां दोनों प्रमुख राजनीतिक पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस इस राज्य में रैली और जनसभा के जरिए अभी से माहौल बना रही हैं. वहीं आम आदमी पार्टी ने भी पहली बार गुजरात विधानसभा चुनाव में उतरने का फैसला किया है. उसने 11 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी भी कर दी है. वहीं गुजरात विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी प्रदेश के पांच विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी जबकि बाकी सीटों पर वह कांग्रेस का समर्थन करेगी.
गुजरात में 22 साल से बीजेपी सरकार
गुजरात में पिछले 22 साल से कांग्रेस सत्ता से बाहर और बीजेपी का राज है. 2012 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने प्रचंड बहुमत के साथ जीत हासिल की थी. राज्य की 182 सीटों में से बीजेपी ने 115, कांग्रेस 61 और अन्य को 4 सीटें मिली थी. अगस्त में हुए राज्यसभा चुनाव में कई कांग्रेसी विधायकों ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. गुजरात में 50 हजार से अधिक मतदान केंद्रों पर मतदाता मतदान सत्यापन पर्ची (वीवीपीएटी) प्रणाली का प्रयोग होगा. इस प्रणाली का पहली बार इस्तेमाल इस साल गोवा चुनावों में किया गया था. पहली बार चुनाव आयोग गुजरात के सभी विधानसभा क्षेत्रों में सर्वमहिला मतदान केंद्र शुरू करेगा.
हिमाचल में क्या दोहराया जाएगा इतिहास?
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस और बीजेपी पारी बदल बदल कर राज करती है. ऐसे में बीजेपी को उम्मीद है कि इस बार वह सरकार बनाने में कामयाब रहेगी. हिमाचल प्रदेश में पिछली बार 4 नवंबर को चुनाव हुआ था और 20 दिसंबर को नतीजा आया था. पिछली बार हिमाचल प्रदेश में कुल 68 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस ने 36 सीटें जीती थीं. यहां बीजेपी की हार हुई थी और उसे 26 सीटें ही मिली थीं. बीजेपी ने प्रेम कुमार धूमल की अगुवाई में चुनाव लड़ा था. यहां से वीरभद्र सिंह छह बार मुख्यमंत्री रहे हैं.