
पिछले कई दिनों से चल रहे मंथन के बाद आखिरकार गुजरात के मुख्यमंत्री के लिए विजय रूपाणी के नाम पर मुहर लग गई है. आज गांधीनगर में पार्टी कार्यालय में पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में हुई बैठक में विजय रूपाणी के नाम पर सहमति बन गई है. वहीं डिप्टी सीएम नितिन पटेल को चुना गया है. रूपाणी के फिर से मुख्यमंत्री बनने के ऐलान के बाद पार्टी कार्यालय के बाहर ढोल-नगाड़े बजने लगे.
इससे पहले तक कयास लगाए जा रहे थे कि बीजेपी गुजरात में भी यूपी का फॉर्मूला लागू कर सकती है. यानि दो उपमुख्यमंत्री होने की संभावना जताई जा रही थी. गांधीनगर स्थित पार्टी कार्यालय में हुई बैठक में पर्यवेक्षक अरुण जेटली और सरोज पांडे के साथ विजय रूपाणी भी मौजूद रहे.
विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री के लिए विजय रूपाणी और उप मुख्यमंत्री के लिए नितिन पटेल का नाम रखा गया, जिसे विधायकों ने समर्थन दे दिया. डिप्टी सीएम नितिन पटेल ने कहा कि उन्हें फिर से गुजरात के लोगों की सेवा करने का मौका मिला है. बताया जा रहा कि रूपाणी और पटेल अपने साथियों से बात कर मंत्रिमंडल तय करेंगे.
विजय रूपाणी मुख्यमंत्री की दौड़ में सबसे आगेगुजरात में मुख्यमंत्री रूपाणी के दौड़ में सबसे आगे रहने की पहले से खबरें चल रही थीं. उन्हें केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया से टक्कर मिल रही थी. वहीं हिमाचल में तस्वीर थोड़ी साफ होती जा रही है. सूत्रों के मुताबिक जयराम ठाकुर को अब धूमल का भी आशीर्वाद मिल गया.
25 दिसंबर को हो सकता है शपथ ग्रहण समारोह
सूत्रों के मुताबिक गुजरात के नए मुख्यमंत्री का शपथ-ग्रहण 25 दिसंबर को हो सकता है, क्योंकि इस दिन पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन है. साल 2012 के चुनावों के बाद नरेंद्र मोदी ने चौथी बार 25 दिसंबर को ही शपथ ग्रहण किया था.
शपथ ग्रहण समारोह के लिए मुख्य सचिव ने सरदार पटेल स्टेडियम का निरीक्षण भी किया, लेकिन समारोह के लिए महात्मा मंदिर और साबरमती रिवरफ्रंट के विकल्प पर भी विचार किया जा रहा है.